पैराडाइज पेपर्स पर जयंत सिन्हा की सफाई, 'मंत्री बनने से पहले तोड़ दिया था कंपनियों से नाता'

Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Nov, 2017 11:27 AM

jayant sinha clarification on paradise papers

पैराडाइज पेपर्स लीक होने के बाद केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा के मंत्रियों और नेताओं का नाम सामने आया है। पैराडाइज पेपर्स के मुताबिक भारत से केन्द्रीय राज्य मंत्री जयंत सिन्हा और भाजपा से राज्य सभा में सांसद रविन्द्र किशोर सिन्हा का नाम प्रमुख है।...

नई दिल्ली: पैराडाइज पेपर्स लीक होने के बाद केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा के मंत्रियों और नेताओं का नाम सामने आया है। पैराडाइज पेपर्स के मुताबिक भारत से केन्द्रीय राज्य मंत्री जयंत सिन्हा और भाजपा से राज्य सभा में सांसद रविन्द्र किशोर सिन्हा का नाम प्रमुख है। अंतर्राष्ट्रीय लीगल फर्म एप्पलबाई के रिकॉर्ड के मुताबिक जयंत सिन्हा अमेरिकी कंपनी डी लाइट डिजाइन में बतौर डायरेक्टर नियुक्त थे। हालांकि जयंत ने 2014 लोकसभा चुनावों के लिए दिए अपने हलफनामें में इस कंपनी से जुड़े होने के तथ्यों को उजागर नहीं किया था। इसके बाद मोदी सरकार में शामिल होने के बाद भी जयंत ने इसकी जानकारी न तो लोकसभा सचिवालय को दी और न ही प्रधानमंत्री कार्यालय को इसकी सूचना दी जहां 2016 तक वह बतौर राज्य मंत्री नियुक्त थे।

जयंत ने दी यह सफाई
पैराडाइज पेपर्स के खुलासे पर जयंत ने सफाई देते हुए कहा कि सितंबर 2009 में वह ओमिद्यार नेटवर्क से बतौर मैनेजिंग डायरेक्टर जुड़े थे। सिन्हा ने माना है कि वह कंपनी के भारत से जुड़े मामलों को देखते थे लेकिन दिसंबर 2013 में उन्होंने इस कंपनी से संबंध खत्म करते हुए अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की। उन्होंने माना कि 2010 में ओमिद्यार नेटवर्क का अमेरिकी कंपनी डी लाइट डिजाइन में निवेश की प्रक्रिया को उन्होंने शुरू किया था और उसके बाद नवंबर 2014 तक वह इस अमेरिकी कंपनी के बोर्ड में ओमिद्यार नेटवर्क की तरफ से शामिल रहे लेकिन उसके बाद उसी साल मंत्रीपरिषद में शामिल होने से पहले उन्होंने इस्तीफा दे दिया और अब वह किसी तरह से कंपनी के कामकाज से नहीं जुड़े हैं।
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लोकसभा चुनाव 2014 में झारखंड के हजारीबाग से सांसद चुने जाने के बाद जयंत सिन्हा मोदी सरकार में राज्य मंत्री बनाए गए हैं।पैराडाइज पेपर्स का खुलासा ऐसे समय में हुआ है जब केंद्र सरकार दो दिन बाद नोटबंदी की सालगिरह मनाने जा रही है। पिछले साल 8 नवंबर को केंद्र ने काले धन पर लगाम लगाने के लिए नोटबंदी की थी। इसके बाद 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट बैन कर दिए गए थे।

पैराडाइज पेपर्स के खुलासे की पूरी लिस्ट में कुल 180 देशों के नाम हैं। भारत इस लिस्ट में 19वें नंबर पर है। इसमें 714 भारतीयों के भी नाम शामिल हैं। पेपर्स' में 1.34 करोड़ दस्तावेज शामिल हैं, जिनमें दुनिया के कई अमीर और शक्तिशाली लोगों के गुप्त निवेश की जानकारी दी गई है। जंयत के अलावा ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कई मंत्रियों, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रू़डो के मुख्य फंडरेजर का नाम और रूस की ऊर्जा फर्म में व्लादिमीर पुतिन के दामाद का नाम भी सामने आया है। बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन और वि‍जय माल्‍या का नाम भी इसमें शामिल है।

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