Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Aug, 2017 04:02 PM
जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने महागठबंधन तोड़ने के कारण बगावती तेवर अपना लिए हैं। जदयू ने शरद यादव को चेतावनी दी है कि वह राजद की रैली में भाग ना लें।
पटना: जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने महागठबंधन तोड़ने के कारण बगावती तेवर अपना लिए हैं। जदयू ने शरद यादव को चेतावनी दी है कि वह राजद की रैली में भाग ना लें। जदयू के कुछ नेता चाहते हैं कि वह रैली में भाग लें। यह नेता यादव के हितचिंतक नहीं बल्कि उनके विरोधी हैं। ऐसे नेता चाहते हैं कि वह रैली में शामिल हो और पार्टी द्वारा उनकी इस गतिविधि के कारण सबूत के साथ उनकी सदस्यता को रद्द कर दिया जाए। पार्टी से निष्कासित करने पर शरद अपने रास्ते पर चलने को स्वतंत्र होंगे। जदयू यादव की सदस्यता रद्द करके उनसे अपना रिश्ता पूरी तरह खत्म कर देना चाहती है।
जानकारी के अनुसार, संविधान के 10वीं अनुसूची के क्लॉज 2 से यह बात स्पष्ट होती है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण किसी सदन के सदस्य की सदस्यता रद्द की जा सकती है। इस आधार पर भाजपा के बिहार से राज्यसभा सांसद जय नारायण निषाद, जदयू के उपेंद्र कुशवाहा और बिहार विधान परिषद के कई सदस्यों की सदस्यता रद्द की जा चुकी हैं। जदयू को आशा है कि राज्य सभा के नए सभापति वेंकैया नायडू शरद के खिलाफ जल्द ही कोई निर्णय सुनाएंगे।