Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Feb, 2018 10:47 AM
जम्मू कश्मीर पंचायती चुनाव एक बार फिर लटकते दिखाई दे रहे हैं। जहां सरकार ने फरवरी 15 से चुनाव करवाने का ऐलान किया है वहीं विपक्ष इस बात के लिए राजी नहीं है। विपक्ष का तर्क है कि राज्य में हालात चुनावों के लिए अनुकूल नहीं हैं।
जम्मू: जम्मू कश्मीर पंचायती चुनाव एक बार फिर लटकते दिखाई दे रहे हैं। जहां सरकार ने फरवरी 15 से चुनाव करवाने का ऐलान किया है वहीं विपक्ष इस बात के लिए राजी नहीं है। विपक्ष का तर्क है कि राज्य में हालात चुनावों के लिए अनुकूल नहीं हैं। इसके साथ ही इस संदर्भ में 3 फरवरी को होने वाली सर्व दलीय बैठक में सीएम महबूबा के शमिल नहीं होने पर भी विपक्ष ने ऐतराज जताया है। गौरतलब है कि बैठक की अध्यक्षता ग्रामीण विकास मंत्री अब्दुल हक खान करेंगे।
बैठक करने का एक मक्सद यह भी है कि राज्य सरकार भी केन्द्र सरकार को जवाब दे सकती है कि जम्मू कश्मीर में माहौल अभी चुनावों के लिए सही नहीं है। नैशनल कान्फ्रेंस के एमएलए अली मोहम्मद सागर ने कहा, उनकी पार्टी चुनावों के खिलाफ नहीं है पर जो कश्मीर में स्थिति है उसमें चुनावों में उनकी पार्टी कैसे भाग ले सकती है। वहीं नैकां के प्रांतीय प्रधान नसीर असलम वानी ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि सीएम महत्वपूर्ण बैठक में भाग नहीं ले रही हैं जबकि सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री को करनी चाहिए। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस समीति के प्रमुख गुलाम अहमद मीर ने कहा कि उनकी पार्टी योगदान देने को तैयार है अगर सीएम महबूबा बैठक में आती है तो।