Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Dec, 2017 10:31 AM
कोलकाता के रहने वाले ड्राइवर दीपक दास पिछले 18 साल से गाड़ी चलाते वक्त हॉर्न नहीं बजाते। यहां तक कि लम्बी यात्रा के दौरान भी वह हॉर्न बजाने से परहेज करते हैं। उनका कहना है कि अगर हर ड्राइवर गाड़ी चलाते वक्त ‘नो हॉर्न-पॉलिसी’ अपनाएं तो वे ज्यादा...
कोलकाता: कोलकाता के रहने वाले ड्राइवर दीपक दास पिछले 18 साल से गाड़ी चलाते वक्त हॉर्न नहीं बजाते। यहां तक कि लम्बी यात्रा के दौरान भी वह हॉर्न बजाने से परहेज करते हैं। उनका कहना है कि अगर हर ड्राइवर गाड़ी चलाते वक्त ‘नो हॉर्न-पॉलिसी’ अपनाएं तो वे ज्यादा चौकन्ने रहेंगे। दीपक का कहना है कि जब कोई यात्री उनको हॉर्न बजाने के लिए कहता है तो वह उसे विनम्रता से मना कर देते हैं।
उनके इस प्रयास को उनके साथ यात्रा कर चुके लोगों व संस्थाओं ने सराहा है और उन्हीं के प्रस्ताव पर उन्हें इस बार ‘मानुष सम्मान’ के लिए चुना गया है। यही नहीं, मशहूर तबला वादक पंडित तन्मय बोस व गिटार वादक कुणाल ने भी दीपक के इस प्रयास को सराहा है। गौरतलब है कि यह सम्मा