Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Oct, 2017 08:24 PM
भारत के प्रमुख बंदरगाहों ने अप्रैल से सितंबर, 2017 तक की अवधि के दौरान 3.24 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की है और इन्होंने एक साथ मिलकर ...
नई दिल्ली: भारत के प्रमुख बंदरगाहों ने अप्रैल से सितंबर, 2017 तक की अवधि के दौरान 3.24 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की है और इन्होंने एक साथ मिलकर 326.4 मिलियन टन कार्गो का रखरखाव किया है। लेकिन पिछेल साल के मुकाबले ये डाटा करीब 2 प्रतिशत काम है जोकि मोदी सरकार के लिए चिंता की बात है। फाइनेंश्यल इयर 2016-17 (अप्रैल-सितंबर) के पहले छह महीनों में 315.4 मीट्रिक टन (मिलियन टन) का माल संभाला था और पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में यह 5.1 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि की थी।
एक कार्गो यातायात पर:
इस साल कोचीन बंदरगाह द्वारा सबसे अधिक वृद्धि (19.62त्न) दर्ज की गई, इसके बाद कोलकाता (हल्दिया सहित), न्यू मैंगलोर, पारादीप का स्थान रहा और इन्होंने लगभग 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।
-कोचीन बंदरगाह की प्रगति मुख्य रूप से पीओएल (27.8 प्रतिशत) और कंटेनरों (10.3 प्रतिशत) के यातायात में वृद्धि के कारण दर्ज हुई।
-कोलकाता बंदरगाह में, कुल सकारात्मक वृद्धि 11.95 प्रतिशत रही अर्थात कोलकाता डॉक सिस्टम (केडीएस) ने 0.72 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की। जबकि हल्दिया डॉक कॉम्प्लेक्स (एचडीसी) ने 17.74 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि दर्ज की।
-अप्रैल से सितंबर 2017 तक की अवधि के दौरान, कांडला पोर्ट ने सबसे अधिक यातायात की मात्रा अर्थात 53.29 मिलियन टन (16.33 प्रतिशत हिस्सेदारी) का रख रखाव किया। इसके बाद पारादीप 47.61 मिलियन टन (14.5 9 प्रतिशत हिस्सेदारी), जेएनपीटी 32.69 मिलियन टन (10.02 प्रतिशत हिस्सेदारी, मुंबई 31.23 मिलियन टन (9.57 प्रतिशत हिस्सेदारी) और विशाखापत्तनम 30.15 मिलियन टन (9.24 प्रतिशत हिस्सेदारी) का स्थान रहा। इन पांच बंदरगाहों ने मिलकर लगभग 60 प्रतिशत प्रमुख बंदरगाह यातायात संभाला।
-कमोडिटी-वार पीओएल की सर्वाधिक प्रतिशत हिस्सेदारी 34.01 प्रतिशत रही। उसके बाद कंटेनर (20.22 प्रतिशत), थर्मल और स्टीम कोयला (12.66 प्रतिशत), अन्य विविध कार्गो (12.17 प्रतिशत), कोकिंग और अन्य कोयला (7.6 प्रतिशत), लौह अयस्क और पैलेट (6.65 प्रतिशत), अन्य तरल पदार्थ (4.35 प्रतिशत), तैयार उर्वरक (1.24 प्रतिशत) और एफआरएम (1.11 प्रतिशत) का स्थान रहा।
-7 प्रमुख बंदरगाहों में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की। पिछले वर्ष की तुलना में सर्वाधिक बढ़ोत्तरी कोचीन (20 प्रतिशत) ने दर्ज की, इसके बाद कोलकाता, पारादीप और न्यू मंगलौर (प्रत्येक 12 प्रतिशत) का स्थान रहा।
-कोचीन बंदरगाह की वृद्धि में पीओएल यातायात (28 प्रतिशत) कंटेनर 10 प्रतिशत और अन्य कार्गों यातायात में वृद्धि का योगदान रहा।