Edited By ,Updated: 02 Mar, 2015 04:22 AM
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली अप्रत्याशित जीत के बाद आम आदमी पार्टी (आप) उत्साह में है लेकिन प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने के 15 दिनों के भीतर ही पार्टी के हालात बदलने लगे हैं,
नई दिल्ली (इंट.): दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली अप्रत्याशित जीत के बाद आम आदमी पार्टी (आप) उत्साह में है लेकिन प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने के 15 दिनों के भीतर ही पार्टी के हालात बदलने लगे हैं, पार्टी में अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई है।
‘आप’ के आंतरिक लोकपाल एडमिरल रामदास ने दल के भीतर लोकतंत्र पर सवाल उठा दिए हैं। उन्होंने पी.ए.सी. सदस्यों को चिट्ठी भी लिखी है। रामदासने पार्टी हाईकमान अरविन्द केजरीवाल को भी चिट्ठी लिखी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है।
उन्होंने दिल्ली का मुख्यमंत्री और पार्टी संयोजक एक ही व्यक्ति के होने पर भी सवाल उठाए हैं। रामदास ने पी.ए.सी. और एन.ई. जैसी कमेटियों के भी पुनर्गठन की बात कही है।
इतना ही नहीं, उन्होंने कैबिनेट में एक भी महिला न होने पर पार्टी को ‘ब्वॉयज क्लब’ बता दियाहै। इससे पहले शनिवार को पार्टी संगठन में बड़े फेरबदल के संकेत मिले थे। सूत्रों के मुताबिक ‘आप’ के कई नेता योगेन्द्र यादव के तौर-तरीकों से नाराज हैं।
‘आप’ के वरिष्ठ नेता प्रशांत भूषण ने दिल्ली चुनावों के दौरान अरविंद केजरीवाल के इर्द-गिर्द ‘एक व्यक्ति केंद्रित’ अभियान चलाने का आरोप लगाया, जो उसके सिद्धांतों के विपरीत है। भूषण ने कहा कि एक व्यक्ति केंद्रित प्रचार अभियान के कारण पार्टी अन्य पारंपरिक पार्टियों की तरह हो गई है। उन्होंने संगठन के भीतर और ‘स्वराज’ की हिमायत की।