Edited By ,Updated: 06 Feb, 2016 11:01 AM
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम तट के पास बंगाल की खाड़ी में इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू की औपचारिक शुरूआत राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को गार्ड ऑफ ऑनर देने के साथ...
नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम तट के पास बंगाल की खाड़ी में इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू की औपचारिक शुरूआत राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को गार्ड ऑफ ऑनर देने के साथ हुई। भारतीय नौसेना की ताकत देखने प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के अलावा रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू इस मौके पर मौजूद रहें। फ्लीट रिव्यू के दौरान आतंकी साजिश की खुफिया जानकारी के बाद पूरे इलाके में सुरक्षा इंतजामों को चाकचौबंद कर दिया गया है।
हिंद महासागर में इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू के दौरान 50 मुल्कों की नौसेना का जमावड़ा लगा है। साथ ही 21 देशों के नौसेना प्रमुख भी शामिल होंगे। यही नहीं 24 विदेशी युद्ध पोत भी यहां लाई गईं हैं। बता दें कि इस आयोजन में 75 भारतीय नौसैनिक पोत भी हिस्सा ले रही हैं। इस आयोजन में अमेरिका, रूस, फ्रांस, ब्रिटेन, चीन और जापान समेत कई देश शामिल हैं।
राष्ट्रपति सभी सशस्त्र बलों के प्रमुख होते हैं। इसलिए अपने पूरे कार्यकाल में एक बार नौसेना के बेड़े की समीक्षा करते हैं। ‘प्रेजीडेंट्स फ्लीट रिव्यू’ के इस परंपरा को निभाने के साथ ही राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आंध्र प्रदेश में तीन दिवसीय दौरे पर रहेंगे। राष्ट्रपति भवन की ओर से इस बारे में बताया गया है कि इस समीक्षा का मकसद देश को भारतीय नौसेना की तैयारियों, उच्च मनोबल और अनुशासन के बारे में भरोसा दिलाना है।
अंतरराष्ट्रीय बेड़ा समीक्षा मेजबान देश को एक मौका देता है कि वह अपने समुद्री सुरक्षा क्षमताओं के साथ ही उस ‘मित्रता के सेतु’ का प्रदर्शन करे जो उसने अन्य समुद्री देशों के साथ बनाया है. इसमें कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय बेड़ा समीक्षा, 2016 पहले के मुकाबले अधिक व्यापक पैमाने पर आयोजित होगा क्योंकि इसमें 50 से अधिक देश भाग ले रहे हैं। पिछली बार अंतरराष्ट्रीय बेड़ा समीक्षा जनवरी 2001 में मुंबई के पास हुआ था जिसमें 29 देशों ने हिस्सा लिया था।