Edited By ,Updated: 13 Feb, 2016 12:46 AM
दाल-दलहन, मसाले, मांस-मछली, खाद्य तेल और तम्बाकू के दाम चढऩे से इस वर्ष जनवरी में खुदरा महंगाई की दर बढ़कर 17 महीने के उच्चतम स्तर 5.69 प्रतिशत पर पहुंच गई।
नई दिल्ली: दाल-दलहन, मसाले, मांस-मछली, खाद्य तेल और तम्बाकू के दाम चढऩे से इस वर्ष जनवरी में खुदरा (रिटेल) महंगाई की दर बढ़कर 17 महीने के उच्चतम स्तर 5.69 प्रतिशत पर पहुंच गई। गत वर्ष जनवरी में यह आंकड़ा 5.19 प्रतिशत रहा था। सरकार के जारी आंकड़ों में कहा गया है कि दिसम्बर, 2015 में रिटेल महंगाई 5.61 प्रतिशत रही थी। इससे पहले यह अगस्त, 2014 में 7.03 प्रतिशत रही थी।
रिटेल महंगाई 17 महीने के उच्चतम स्तर पर
उत्पाद वृद्धि (प्रतिशत में)
दाल-दलहन 43.32
मसाले 10.56
पान और तंबाकू 9.03
मांस एवं मछली 8.23
तैयार पैक्ड फूड 6.79
सब्जियां 6.39
तेल एवं वसा 6.36
वस्त्र 5.85
स्वास्थ्य सेवाएं 5.63
शिक्षा 5.51
ईंधन एवं ऊर्जा 5.32
आवास 5.20
घरेलू सामान,सेवाए 5.17
जूते 4.86
दूध-दुग्ध उत्पाद 4.00
अंडे 3.96
अनाज-इसके उत्पाद 2.19
यातायात,संचार सेवाएं 1.55
हालांकि चीनी के दाम में 1.72 और फलों में 0.24 प्रतिशत की कमी आई है।
औद्योगिक उत्पादन 1.3 प्रतिशत गिरा
देश के उद्योग की रफ्तार मापने वाला औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आई.आई.पी.) दिसम्बर, 2015 में 1.3 प्रतिशत की गिरावट में रहा है। नवम्बर, 2015 में भी इसमें 3.8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी। औद्योगित उत्पादन के आंकड़ों से अर्थव्यवस्था में सुस्ती के संकेत मिल रहे हैं।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से दिसम्बर की अवधि में आई.आई.पी. की दर 3.1 प्रतिशत रही है। दिसम्बर में खनन में 2.9 और बिजली उत्पादन में 3.3 प्रतिशत वृद्धि रही है जबकि विनिर्माण क्षेत्र में 2.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। वित्त वर्ष के पहले 9 माह में खनन 2.3, विनिर्माण 3.1 और बिजली का उत्पादन 4.5 प्रतिशत बढ़ा है।
22 उद्योग समूहों में से 12 में तेजी
आई.आई.पी. में शामिल 22 उद्योग समूहों मे 12 के उत्पादन में तेजी दर्ज की गई है। बिजली मशीनरी एवं उपकरण में सर्वाधिक गिरावट 44.9 प्रतिशत दर्ज की गई है। प्रकाशन, मुद्रण एवं रिकार्ड मीडिया के पुनर्उत्पादन में 10.7 और तम्बाकू उत्पादन में 8.2 प्रतिशत की कमी आई है। दूसरी ओर रेडियो, टी.वी. एवं संचार उपकरण में सर्वाधिक 82 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। कार्यालय, लेखा और कम्प्यूटिंग मशीनरी में 16.6 प्रतिशत और फर्नीचर विनिर्माण में 16.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।