Edited By ,Updated: 23 Apr, 2017 01:52 PM
तमिलनाडु के किसानों का पिछले कई दिनों से जंतर-मंतर पर प्रदर्शन जारी है। सूखे और कर्ज की मार झेल रहे किसान पिछले करीब 40 दिनों से धरने पर बैठे हैं
नई दिल्लीः तमिलनाडु के किसानों का पिछले कई दिनों से जंतर-मंतर पर प्रदर्शन जारी है। सूखे और कर्ज की मार झेल रहे किसान पिछले करीब 40 दिनों से धरने पर बैठे हैं, हाल ही में मुख्यमंत्री पलानीसामी ने किसानों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि वो उनकी मांगें प्रधानमंत्री तक पहुंचाएंगे। पलानीसामी नीति आयोग की बैठक में हिस्सा लेने दिल्ली पहुंचे हैं। उल्लेखनीय है कि शनिवार को किसानों ने अपनी समस्या जाहिर करने के लिए मानव मूत्र पीकर अपना विरोध जताया था।
किसानों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें के नहीं मानी गई तो वे आज मानव मल खाने की हद भी पार करेंगे। इससे पहले तमिलनाडु के किसानों ने पीएमओ के बाहर नग्न प्रदर्शन भी किया था। वहीं, इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने भी किसानों के हालातों पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए राज्य सरकार को फटकार लगाई थी। अदालत के मुताबिक ऐसे स्थितियों में सरकार की जिम्मेदारी है कि वह अपने नागरिकों का ख्याल रखे। कोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर दो हफ्ते के भीतर जवाब मांगा है। दूसरी ओर, मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु सरकार को किसानों का कर्ज माफ करने का निर्देश दिया है।
ये है किसानों की मांग
तमिलनाडु के किसान भयंकर सूखे की मार झेल रहे हैं। दक्षिण-पश्चिमी मानसून और पूर्वोत्तर मानसून सामान्य से 60 कम फीसदी बरसा है। किसानों का आरोप है कि आत्महत्या के बढ़ते मामलों के बावजूद सरकार उनकी सुनवाई नहीं कर रही है। वो कर्ज माफी के साथ राहत पैकेज की भी मांग कर रहे हैं।