Edited By ,Updated: 25 Jun, 2019 03:19 AM
लोगों में बढ़ रही हिंसक प्रवृत्ति के चलते देश में हिंसक घटनाएं बेहद बढ़ गई हैं व लगता है जैसे देश अराजक तत्वों के हाथों बंधक बन कर रह गया हो। यह मात्र 4 दिनों में देश के ओर-छोर में हुई हत्याओं से स्पष्टï है : 21 जून को मध्य प्रदेश के इंदौर के रावद...
लोगों में बढ़ रही हिंसक प्रवृत्ति के चलते देश में हिंसक घटनाएं बेहद बढ़ गई हैं व लगता है जैसे देश अराजक तत्वों के हाथों बंधक बन कर रह गया हो। यह मात्र 4 दिनों में देश के ओर-छोर में हुई हत्याओं से स्पष्ट है :
21 जून को मध्य प्रदेश के इंदौर के रावद गांव में अपनी गर्भवती बहन (21) के प्रेम विवाह से नाराज भाई (17) ने उसकी गोली मार कर हत्या कर दी। 21 जून को मोगा अदालत से जमानत पर छूट कर अपनी रिश्तेदारी में कहीं जा रहे शमशेर सिंह की पुलिस के सामने ही हत्या कर दी गई। 21 जून रात को बठिंडा जिले के रामा गांव के गुरुद्वारे में घुस कर 2 व्यक्तियों ने ग्रंथी जसविंद्र सिंह को मार डाला।
21 जून को मुम्बई के घाटकोपर में अज्ञात हमलावरों ने पार्किंग के विवाद में एक 22 वर्षीय युवक की जान ले ली। 21 जून को बंगाल के 24 परगना के मलिकपुर गांव में छोटी-सी बात पर झगड़ा हो जाने पर एक युवक की हत्या कर दी गई। 22 जून को अमृतसर के सुधार राजपूतां गांव में बाइक सवार युवकों ने जसबीर सिंह नामक किसान को गोलियों से भून दिया। 22 जून को भिवानी के बदवा गांव के मारपीट के एक केस में पुलिस को बयान देने पर सहमत पूर्व पंच लीलू राम की हत्या कर दी गई।
22 जून को राजस्थान में करौली जिले के सपोतरा शहर के जंगल में एक युवती की हत्या करके लाश पेड़ से लटका दी गई। 22 जून को बंगाल में 2 भाजपा वर्करों को गोली मार दी गई। 22 जून को सागर जिले के बीना शहर में 2 फुट भूमि विवाद पर अंधाधुंध फायरिंग करके एक ही परिवार के 5 सदस्यों की हत्या की गई। 22 जून को छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के मिरतूर गांव में लगे साप्ताहिक बाजार में नक्सलवादियों ने एक पुलिस कर्मी को मार डाला।
22 जून को प्रयागराज में अज्ञात हमलावरों ने 50 वर्षीय वकील सुशील कुमार पटेल को गोलियों से छलनी कर दिया। 23 जून को झारखंड के बलियापुर में अराजक तत्वों ने एक युवती को अगवा कर उसकी हत्या करने के बाद उसका शव पेड़ से टांग दिया। 23 जून को समाप्त होने वाले चौबीस घंटों में राजधानी दिल्ली में हुई आपराधिक घटनाओं में 9 लोगों की हत्या कर दी गई। 23 जून को तरनतारन के गांव जहांगीर में चरणजीत सिंह नामक व्यक्ति ने अपनी पत्नी शरणजीत कौर को गला दबा कर मार डाला।
24 जून को मुम्बई के कांदीवली में पूर्व नगर सेविका के पी.ए. इनाम बस्तीवाला को अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इस कदर रक्तपात लोगों में बहुत तेजी से बढ़ रही हिंसक प्रवृत्ति का ही द्योतक है जिसे रोकने के लिए अदालतों द्वारा ऐसे मामलों का त्वरित फैसला करके दोषियों को शीघ्र कड़ा दंड देने की आवश्यकता है क्योंकि अदालती प्रक्रिया सुस्त होने के कारण अपराधियों के मन में अदालतों का डर नहीं रह गया है और वे इस तरह के अपराध करते चले जा रहे हैं। —विजय कुमार