Edited By jyoti choudhary,Updated: 28 May, 2022 05:03 PM
देश के संगठित क्षेत्र में 2021-22 में 1.46 करोड़ नौकरियां मिलीं। एक साल पहले के 94.7 लाख की तुलना में 45 लाख ज्यादा है। इसमें 1.38 करोड़ लोग कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) व 7.8 लाख राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) से जुड़े।
बिजनेस डेस्कः देश के संगठित क्षेत्र में 2021-22 में 1.46 करोड़ नौकरियां मिलीं। एक साल पहले के 94.7 लाख की तुलना में 45 लाख ज्यादा है। इसमें 1.38 करोड़ लोग कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) व 7.8 लाख राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) से जुड़े। एसबीआई ने रिपोर्ट में दावा किया कि इस दौरान 1.38 करोड़ में से 60 लाख लोगों ने नौकरियां बदलीं, जबकि 67 लाख लोगों को पहली बार नौकरी मिली है।
इससे पता चलता है कि हालात सुधरने के बाद लोगों को वापस नौकरियां मिल रही हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 2,000 सूचीबद्ध कंपनियों के सर्वे से पता चला कि 100 से 250 करोड़ रुपए के कारोबार वाली कंपनियों ने अपने कर्मचारियों पर 22 फीसदी खर्च किया है। 250 से 500 करोड़ वाली कंपनियों ने 19 फीसदी खर्च किए हैं।
अनिश्चितताओं और कोरोना की वजह से लोग पैसे बचाने पर ज्यादा जोर देने लगे हैं। यही वजह है कि 2021-22 में लोगों ने इससे पिछले साल से 6.91 लाख करोड़ रुपए की ज्यादा बचत की। इसमें 3.4 लाख करोड़ रुपए जमा खाते में थे, जबकि 1.91 लाख करोड़ पीएफ, बीमा और अन्य साधनों में थे। इस दौरान खर्च के मुकाबले भी बचत 3.8 फीसदी बढ़कर 15.5 फीसदी पहुंच गई, जो एक साल पहले 11.7 फीसदी रही थी।
एसबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 2021-22 में राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) में 7.76 लाख नए सदस्य जुड़े। इसमें से राज्य सरकार की हिस्सेदारी 4.95 लाख और गैर-सरकार की हिस्सेदारी 1.47 लाख रही। 1.33 लाख लोग केंद्र सरकार के एनपीएस से जुड़े हैं। एक साल पहले की तुलना में इसमें 1.47 लाख की बढ़ोतरी दर्ज की गई।