Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 Aug, 2021 01:16 PM
एयर इंडिया को वर्ष 2007 में इंडियन एयरलाइंस के साथ विलय के बाद से भारी नुकसान हो रहा है और उसने 31 मार्च, 2020 तक लगभग 70,820 करोड़ रुपए का घाटा उठाया है। नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री वीके सिंह ने बुधवार को यह जानकारी दी।
नई दिल्लीः एयर इंडिया को वर्ष 2007 में इंडियन एयरलाइंस के साथ विलय के बाद से भारी नुकसान हो रहा है और उसने 31 मार्च, 2020 तक लगभग 70,820 करोड़ रुपए का घाटा उठाया है। नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री वीके सिंह ने बुधवार को यह जानकारी दी। एयर इंडिया के लिए वित्तीय बोलियां इस साल 15 सितंबर तक योग्य इच्छुक बोलीदाताओं से प्राप्त होने की संभावना है। केंद्र ने 27 जनवरी, 2020 को एयर इंडिया के लिए अभिरुचि पत्र (ईओआई) आमंत्रित की थी।
कोविड-19 महामारी के कारण कई बार समय सीमा को आगे बढ़ाने के बाद-ईओआई जमा करने की अंतिम तिथि 14 दिसंबर, 2020 थी। सिंह ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, ‘‘एयर इंडिया को विलय के बाद से भारी नुकसान हो रहा है और 31 मार्च, 2020 तक उसे लगभग 70,820 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।''