Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 Jun, 2019 12:17 PM
कोलकाता की सेंट्रल ड्रग्स लेबोरेटरी में जॉनसन एंड जॉनसन बेबी शैंपू की दोबारा हुई जांच से स्पष्ट हो गया है कि उसमें फॉर्मल्डिहाइड मौजूद नहीं है। राजस्थान एफडीए ने इसकी पुष्टि की है। बीते 5 मार्च को राजस्थान ड्रग्स कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन ने जॉनसन एंड...
नई दिल्लीः कोलकाता की सेंट्रल ड्रग्स लेबोरेटरी में जॉनसन एंड जॉनसन बेबी शैंपू की दोबारा हुई जांच से स्पष्ट हो गया है कि उसमें फॉर्मल्डिहाइड मौजूद नहीं है। राजस्थान एफडीए ने इसकी पुष्टि की है। बीते 5 मार्च को राजस्थान ड्रग्स कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन ने जॉनसन एंड जॉनसन के बेबी शैंपू की जांच में दो बैच के नमूनों में फॉर्मल्डिहाइड होने की बात कही थी।
कंपनी ने उसके इन दावों को खारिज करते हुए कहा था कि उसके उत्पाद में न तो फॉर्मल्डिहाइड, न ही ऐसा कोई तत्व है जिससे फॉर्मल्डिहाइड का स्राव होता हो। कंपनी ने राजस्थान ड्रग कंट्रोलर के दावों पर सवाल उठाते हुए जांच के तरीकों को भी संदेह के घेरे में रखा था।
कंपनी की तरफ से दावों को चुनौती देने के बाद जॉनसन एंड जॉनसन के बेबी शैंपू को सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन की लेबोरेटरी में दोबारा जांच के लिए भेजा गया। सेंट्रल कमेटी की रिपोर्ट कई हफ्तों की जांच के बाद आई है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, 'हमें राजस्थान एफडीए के इस निर्णय पर प्रसन्नता है जिससे स्पष्ट होता है कि जॉनसन एंड जॉनसन के बेबी शैंपू में फॉर्मल्डिहाइड नहीं पाया जाता।' कंपनी का कहना है कि सबसे महत्वपूर्ण यह है कि यह नतीजा मजिस्ट्रेट की तरफ से दोबारा जांच के आदेश के बाद शीर्ष लेबोरेटरी की जांच से निकला है। कंपनी ने कहा है कि उसके उत्पादों का इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों से अहम उसके लिए कोई नहीं है। यही वजह है कि उत्पादों की गुणवत्ता का स्तर बनाए रखने के लिए कंपनी कोई कसर नहीं छोड़ती है।