Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 Jan, 2019 05:14 PM
सरकार की ऐंटी-वर्कर्स पॉलिसी के खिलाफ 10 सेंट्रल ट्रेड यूनियन ने देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है। अब पब्लिक सेक्टर यानी सरकारी बैंकों के कर्मचारियों ने भी इस हड़ताल का समर्थन किया है।
नई दिल्लीः सरकार की ऐंटी-वर्कर्स पॉलिसी के खिलाफ 10 सेंट्रल ट्रेड यूनियन ने देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है। अब पब्लिक सेक्टर यानी सरकारी बैंकों के कर्मचारियों ने भी इस हड़ताल का समर्थन किया है। 8 और 9 जनवरी को होने वाली देशव्यापी हड़ताल में 2 बैंक यूनियन भी शामिल होंगी। IDBI बैंक ने बीएसई को बताया कि ऑल इंडिया बैंक एंप्लॉयीज़ असोसिएशन (AIBEA) और बैंक एंप्लॉयीज़ फेडरेशन ऑफ इंडिया ने इंडियन बैंक्स असोसिएशन (IBA) को 8 और 9 जनवरी को होने वाली इस देशव्यापी हड़ताल की जानकारी दे दी है।
बीएसई को एक दूसरे नोट में बैंक ऑफ बड़ौदा ने कहा, '8-9 जनवरी, 2019 को होने वाली AlBEA और BEFI की हड़ताल के दौरान कुछ ज़ोन में बैंक की कुछ ब्रांच और ऑफिस में काम पर असर पड़ सकता है।' 10 सेंट्रल ट्रेड यूनियन INTUC, AITUC, HMS, CITU, AIUTUC, AICCTU, UTUC, TUCC, LPF और SEWA ने भी 8-9 जनवरी को देशव्यापी हड़ताल बुलाई है। इस हड़ताल को बुलाने की वजह केंद्र सरकार की 'एंटी पीपल' पॉलिसी बताई है। इन यूनियन्स ने केंद्र सरकार के समक्ष 12 मांगें रखीं हैं।
बता दें कि इससे पहले 26 दिसंबर, 2018 को 9 बैंकों की यूनियन (करीब 10 लाख बैंक कर्मचारी) हड़ताल पर गए थे। इनमें प्राइवेट बैंकों के कर्मचारी भी शामिल थे। 1 दिन की इस हड़ताल को बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ विजया बैंक व देना बैंक के विलय के खिलाफ प्रदर्शन के लिए बुलाया गया था।