Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Sep, 2020 11:22 AM
टाटा ग्रुप की सब्सिडियरी टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड कॉफी-डे एंटरप्राइजेज लिमिटेड की वेंडिंग यूनिट को खरीद सकती है। इसके लिए कंपनी नॉन-बाइंडिंग बोली लगाने पर विचार कर रही है। इस मामले से वाकिफ सूत्रों के हवाले से ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में यह बात...
बिजनेस डेस्कः टाटा ग्रुप की सब्सिडियरी टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड कॉफी-डे एंटरप्राइजेज लिमिटेड की वेंडिंग यूनिट को खरीद सकती है। इसके लिए कंपनी नॉन-बाइंडिंग बोली लगाने पर विचार कर रही है। इस मामले से वाकिफ सूत्रों के हवाले से ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
सूत्रों के मुताबिक, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट के बोर्ड ने कॉफी-डे से वेंडिंग यूनिट के ऑपरेशन की खरीदारी की संभावना तलाशने के लिए मंजूरी दे दी है। सूत्र के मुताबिक, कॉफी-डे अपने वेंडिंग मशीन कारोबार की वैल्यूएशन 271 मिलियन डॉलर करीब 2000 करोड़ रुपए के आसपास लगा सकती है।
भारत की सबसे बड़ी कॉफी चेन कॉफी-डे कर्ज निपटाने के लिए अपनी संपत्तियों की बिक्री कर रही है। कॉफी-डे के संस्थापक वीजी सिद्धार्थ की पिछले साल मौत के बाद कंपनी को यह कदम उठाना पड़ रहा है। इसके अलावा कंपनी अपने कॉरपोरेट बिजनेस पार्क को ब्लैकस्टोन ग्रुप को बेचने की सहमति दे चुकी है।
कारोबार बढ़ाना चाहती है टाटा कंज्यूमर
टाटा कंज्यूमर, टाटा टी, टेटली और टाटा नमक जैसे उत्पादों का कारोबार करती है। अपने उत्पादों के विस्तार के लिए कंपनी इस संभावित सौदे के बारे में विचार कर रही है। इसके अलावा टाटा कंज्यूमर की देश में स्टारबक्स कॉर्प के साथ साझेदारी भी है। टाटा कंज्यूमर का प्रस्ताव अभी प्रारंभिक चरण में है। कॉफी-डे भी अपने वेंडिंग कारोबार को बेचने के लिए अन्य संभावित खरीदारों से बातचीत कर रहा है।
स्ट्रेटजिक पार्टनर की तलाश में कॉफी-डे
कॉफी-डे का कहना है कि वह अपनी कारोबार की रिकंस्ट्रक्शन एक्सरसाइज के तहत स्ट्रेटजिक और वित्तीय पार्टनर की तलाश कर रहा है। इस संबंध में कई तरह की बातचीत चल रही है, लेकिन अभी निर्णयात्मक स्तर पर नहीं पहुंची है। इस साल अब तक बीएसई में टाटा कंज्यूमर के शेयरों में 52 फीसदी तक का उछाल आया है। वहीं, कॉफी-डे के शेयरों में ट्रेडिंग पर रोक लगी हुई है।