Edited By Pardeep,Updated: 14 Aug, 2018 04:13 AM
एयर इंडिया में अपना हिस्सा बेचने में विफल होने के बाद केन्द्र सरकार एक और पैकेज पर विचार कर रही है ताकि इस सरकारी कम्पनी को कमशर््िायल लिहाज से आकर्षक बनाया जा सके। मामले से वाकिफ लोगों ने बताया कि इसके तहत 30,000 करोड़ रुपए के लोन को राइट ऑफ करने...
जालंधर: एयर इंडिया में अपना हिस्सा बेचने में विफल होने के बाद केन्द्र सरकार एक और पैकेज पर विचार कर रही है ताकि इस सरकारी कम्पनी को कमर्शियल लिहाज से आकर्षक बनाया जा सके। मामले से वाकिफ लोगों ने बताया कि इसके तहत 30,000 करोड़ रुपए के लोन को राइट ऑफ करने यानी बट्टे खाते में डालने का कदम शामिल होगा। इसके अलावा कम्पनी में 10 से 11,000 करोड़ रुपए लगाए जा सकते हैं।
सूत्रों ने बताया कि कम्पनी के कुल घाटे को भी इस पैकेज के तहत राइट ऑफ किया जाएगा। इस पैकेज पर फाइनांस मिनिस्ट्री विचार कर रही है। इस कदम से कम्पनी को अपनी बैलेंस शीट दुरुस्त दिखाने में मदद मिलेगी। एविएशन मिनिस्ट्री के सूत्रों ने बताया कि इसका मकसद इस कंपनी की वित्तीय और कामकाजी स्थिति सुधारना है। एविएशन सैक्रेटरी आर.एन. चौबे ने ऐसी बातचीत होने की पुष्टि की है। चौबे ने कहा कि एयर इंडिया के लिए एक पैकेज पर चर्चा चल रही है। अभी हम यह नहीं बता सकते कि सपोर्ट कैसा होगा और किस हद तक दिया जाएगा।