Edited By vasudha,Updated: 15 Mar, 2020 01:35 PM
कोरोना वायरस की मार से देश का कोयले का आयात भी प्रभावित हुआ है। उद्योग के आंकड़ों के अनुसार फरवरी में कोयले का आयात 14.1 प्रतिशत घटकर 1.70 करोड़ टन पर आ गया। एमजंक्शन सर्विसेज के अस्थायी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। फरवरी, 2019 में देश का कोयला...
बिजनेस डेस्क: कोरोना वायरस की मार से देश का कोयले का आयात भी प्रभावित हुआ है। उद्योग के आंकड़ों के अनुसार फरवरी में कोयले का आयात 14.1 प्रतिशत घटकर 1.70 करोड़ टन पर आ गया। एमजंक्शन सर्विसेज के अस्थायी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। फरवरी, 2019 में देश का कोयला आयात 1.98 करोड़ टन रहा था। एमजंक्शन टाटा स्टील और सेल का संयुक्त उद्यम है। यह एक बी2बी ई-कॉमर्स कंपनी है जो कोयला और इस्पात पर शोध रपट भी प्रकाशित करती है।
एमजंक्शन के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय वर्मा ने कहा कि जैसी संभावना थी फरवरी में कोयला आयात कम रहा है। घरेलू उपलब्धता बढ़ने, नॉन कोकिंग कोल कीमतों में उतार-चढ़ाव और कोरोना वायरस महामारी को लेकर अनिश्चितता की स्थिति की वजह से कोयले का आयात घटा है। वर्मा ने कहा कि आगे चलकर कीमतों में गिरावट आ सकती है और आयात मांग सुस्त रह सकती है।
फरवरी, 2020 में कुल आयात में नॉन-कोकिंग कोल का हिस्सा 1.22 करोड़ टन रहा। जनवरी में इसका आयात 1.23 करोड़ टन से अधिक रहा था। इसी तरह कोकिंग कोयले का आयात फरवरी में 31.5 लाख टन रहा, जो इससे पिछले महीने 39.5 लाख टन था। हालांकि, चालू वित्त वर्ष के पहले 11 माह अप्रैल-फरवरी के दौरान देश का कोयले का आयात 3.7 प्रतिशत बढ़कर 22.15 करोड़ टन पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 21.36 करोड़ टन रहा था।