Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 Aug, 2025 06:17 PM

सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) ने सोमवार को कहा कि भारत में उद्यमों को सीधे स्पेक्ट्रम आवंटन उचित नहीं है। दूरसंचार कंपनियों के संगठन ने अपने तर्कों के समर्थन में लागत भार, नियामक समानता और सुरक्षा संबंधी चिंताओं का हवाला दिया। सीओएआई...
नई दिल्लीः सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) ने सोमवार को कहा कि भारत में उद्यमों को सीधे स्पेक्ट्रम आवंटन उचित नहीं है। दूरसंचार कंपनियों के संगठन ने अपने तर्कों के समर्थन में लागत भार, नियामक समानता और सुरक्षा संबंधी चिंताओं का हवाला दिया। सीओएआई ने कहा कि सभी उद्यमों के लिए 5जी जरूरतों को लाइसेंस प्राप्त दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (टीएसपी) की स्पेक्ट्रम लीजिंग या नेटवर्क स्लाइसिंग के जरिये पूरा किया जाना चाहिए। उद्योग संगठन ने कहा कि इससे परिवेश में राष्ट्रीय सुरक्षा, राजस्व संरक्षण और नियामक संतुलन सुनिश्चित होगा। सीओएआई के सदस्यों में रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया शामिल हैं।
अमेरिका, फिनलैंड, जर्मनी और ब्रिटेन जैसे देशों में निजी नेटवर्क की अनुमति दी गई है। इस बारे में सीओएआई ने कहा कि इन देशों के साथ तुलना करते समय इस तथ्य को नजरअंदाज किया जाता है कि ऐसे उद्योग सीमित सार्वजनिक नेटवर्क कवरेज वाले दूरदराज के क्षेत्रों में स्थित हैं। सीओएआई के महानिदेशक एस पी कोचर ने एक बयान में कहा कि भारत में अधिकांश औद्योगिक गलियारे और उद्यम क्षेत्र पहले ही दूरसंचार परिचालकों की सेवा दायरे में अच्छी तरह से हैं, जिससे कवरेज में कोई कमी नहीं है।