Edited By rajesh kumar,Updated: 01 Aug, 2020 05:33 PM
जुलाई में बिजली की खपत पिछले साल के मुकाबले मात्र 2.64 प्रतिशत कम रही। माह में कुल 113.48 अरब यूनिट बिजली की खपत हुई। यह देश में आर्थिक गतिविधियों के सुचारू रूप से शुरू होने का संकेत है और अगस्त में बिजली खपत सामान्य होने की उम्मीद है।
नई दिल्ली: जुलाई में बिजली की खपत पिछले साल के मुकाबले मात्र 2.64 प्रतिशत कम रही। माह में कुल 113.48 अरब यूनिट बिजली की खपत हुई। यह देश में आर्थिक गतिविधियों के सुचारू रूप से शुरू होने का संकेत है और अगस्त में बिजली खपत सामान्य होने की उम्मीद है। विद्युत मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल जुलाई में बिजली खपत 116.48 अरब यूनिट थी।
नवीनतम आंकड़े दिखाते हैं कि आर्थिक गतिविधियों के लिए लॉकडाउन नियमों से राहत देने का असर बिजली उपभोग पर पड़ा है। सरकार ने कोविड-19 के प्रसारको सीमित करने के लिए देश में 24 मार्च से लॉकडाउन किया था। आठ जून से सरकार ने अर्थव्यवस्था को लॉकडाउन से बाहर निकालने के लिए ‘अनलॉक 1.0’ की शुरुआत की थी। जून में बिजली खपत सालना आधार 10.93 प्रतिशत घटकर 105.08 अरब यूनिट थी जो जून 2019 में 117.98 अरब यूनिट थी। कोविड-19 संकट के चलते लगे प्रतिबंधों की वजह से इस साल अप्रैल, मई और जून में बिजली खपत प्रभावित रही।
जुलाई में व्यस्त समय में बिजली की सर्वाधिक मांग 170.54 गीगावाट रही जो पिछले साल जुलाई में रही 175.12 गीगावाट की उच्चतम मांग से 2.61 प्रतिशत कम है। बिजली क्षेत्र के विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में आर्थिेक गतिविधियों का और विस्तार होगा। ऐसे में अगस्त से बिजली मांग सामान्य होने की उम्मीद है।