Edited By jyoti choudhary,Updated: 01 Feb, 2022 02:16 PM
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि रिजर्व बैंक 2022-23 तक अपनी डिजिटल करेंसी लाएगा। इसके लिए ब्लॉकचेन और अन्य टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होगा।
बिजनेस डेस्कः केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2022 के दौरान कई महत्वपूर्ण ऐलान किए हैं। इनमें से एक है डिजिटल करेंसी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से इस साल डिजिटल करेंसी लॉन्च की जाएगी। यह ब्लॉक चेन आधारित करेंसी होगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण पढ़ते हुए कहा कि ब्लॉक चेन और अन्य टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए डिजिटल करेंसी जारी की जाएगी। यह 2022-23 के शुरूआत में जारी की जाएगी। इससे अर्थव्यवस्था को बड़ी मजबूती मिलेगी।
क्रिप्टोकरेंसी पर 30 प्रतिशत टैक्स
सरकार ने बजट में क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स लगाने का बड़ा फैसला किया है। बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारण ने कहा, "मैं यह प्रदान करने का प्रस्ताव करती हूं कि किसी भी आभासी डिजिटल संपत्ति के ट्रांसफर से होने वाली किसी भी आय पर 30% की दर से टैक्स लगाया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि अधिग्रहण की लागत को छोड़कर, ऐसी आय की गणना करते समय किसी भी व्यय या भत्ते के संबंध में कोई कटौती की अनुमति नहीं दी जाएगी।"
घाटा हुआ तो...
वित्त मंत्री ने आगे कहा कि नुकसान के मामले में किसी भी सेट ऑफ को अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अलावा क्रिप्टोकाउंक्शंस का उपहार प्राप्तकर्ता के अंत में टैक्स लगाया जाएगा। इससे साफ होता है कि वर्चुअल डिजिटल एसेट ट्रांसफर पर सीधा 30% टैक्स यानी क्रिप्टोकरंसी मुनाफे पर 30 फीसदी टैक्स होगा, जबकि घाटा हुआ तो किसी अन्य लाभ से समायोजित नहीं किया जा सकता।
निवेशकों में बड़ी निराशा
हालांकि क्रिप्टो आय पर भारी टैक्स की घोषणा क्रिप्टो निवेशकों के लिए एक बड़ी निराशा के रूप में आई है। वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि 2023 तक एक ब्लॉकचेन-आधारित और आरबीआई समर्थित सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) पेश की जाएगी। वहीं कुछ निवेशकों का मानना है कि ऐसा करके सरकार ने साफ कर दिया कि वो क्रिप्टो को अनुमति नहीं देगी, वो भी एक करेंसी के रूप में।