Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Mar, 2018 05:43 PM
वाणिज्य एवं उद्योग संगठन एसोचैम ने आज कहा कि यदि वैश्विक व्यापार युद्ध आगे खिंचता है तो इसका असर भारतीय अर्थव्यवस्था विशेष कर निर्यात पर पड़ सकता है। एसोचैम ने बयान में कहा, "यदि वैश्विक ट्रेड बड़े स्तर पर फैलता है
नई दिल्लीः वाणिज्य एवं उद्योग संगठन एसोचैम ने आज कहा कि यदि वैश्विक व्यापार युद्ध आगे खिंचता है तो इसका असर भारतीय अर्थव्यवस्था विशेष कर निर्यात पर पड़ सकता है। एसोचैम ने बयान में कहा, "यदि वैश्विक ट्रेड बड़े स्तर पर फैलता है तो इसका भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ेगा। देश का गिरता निर्यात, राजकोषीय घाटे का दबाव और जीडीपी की खराब हालत से देश की अर्थव्यवस्था पर असर पडे़गा।"
संगठन ने कहा कि अमेरिका द्वारा उठाए जा रहे कदमों से सीधे भारत पर कोई असर नहीं होगा लेकिन इसका कुल मिलाकर कारोबारी धारणा पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। उसने कहा, "यदि भारत अपने आयात पर प्रतिक्रियात्मक कदम उठाने का निर्णय लेता है तब भी हमारा निर्यात अधिक प्रभावित होगा क्योंकि विदेशी मुद्रा विनिमय की दरों में घट-बढ़ तेज होगी।"
एसोचैम ने सरकार को वैकल्पिक योजना बनाने का सुझाव देते हुए कहा कि इसमें मुख्य व्यापारिक भागीदारों के साथ द्विपक्षीय व्यापारको और खुला बनाया जाना होना चाहिए ताकि देश को संरक्षणवादी उपायों के प्रभाव से बचाया जा सके। इसमें आगे कहा गया है कि यदि बाजार का विश्वास कमजोर हुआ तो पोर्टफोलियो निवेशक निकासी करने लगेंगे जिसका डॉलर दरों पर दबाव बढ़ सकता है।