Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Jun, 2019 01:05 PM
चीन की टैलीकॉम फर्म हुवावे ने अमरीकी सरकार के खिलाफ मुकदमा दायर किया है क्योंकि उसने संघीय एजेंसियों को उसके उत्पाद पर प्रतिबंध लगा दी है। हुवावे ने कहा कि अमरीका सरकार इस पर प्रतिबंध लगाने के समर्थन में सबूत उपलब्ध कराने में विफल रही है और फर्म ने
बिजनेस डेस्कः चीन की टैलीकॉम फर्म हुवावे ने अमरीकी सरकार के खिलाफ मुकदमा दायर किया है क्योंकि उसने संघीय एजेंसियों को उसके उत्पाद पर प्रतिबंध लगा दिया है। हुवावे ने कहा कि अमरीका सरकार इस पर प्रतिबंध लगाने के समर्थन में सबूत उपलब्ध कराने में विफल रही है और फर्म ने अमरीका के इन दावों को भी खारिज कर दिया है कि उसका संबंध चीन सरकार से है। अमरीका ने राष्ट्र सुरक्षा चिंताओं को लेकर हुवावे के उत्पादों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है।
अमरीका सरकार अपने सहयोगी देशों से भी लॉबिंग कर रही है कि वह चीनी टैलीकॉम कंपनी से किनारा करें। हुवावे दुनियाभर की सबसे बड़ी टेलीकम्यूनिकेशन के उपकरण बनाने और सेवाएं उपलब्ध कराने वाली कंपनी है। कंपनी द्वारा हाल ही के दिनों में किए गए मुकदमे में अमरीका के इन दावों को चुनौती दी गई है कि उसके उत्पादों से कोई खतरा होता है।
हुवावे के रोटेटिंग चेयरमैन गुओ पिंग ने एक ब्यान में कहा कि अमरीकी कांग्रेस हुवावे के उत्पादों पर रोक लगाने के समर्थन में कोई सबूत देने में बार-बार विफल रही है। इसलिए हमें यह कानूनी कदम उठाने के लिए बाध्य होना पड़ा है क्योंकि हमारे पास यही एक उचित और अंतिम विकल्प है। कंपनी ने कहा कि यह पाबंदी न केवल गैर-कानूनी है बल्कि य़ह हुवावे पर उचित प्रतिस्पर्धा में शामिल होने से हुवावे पर रोक लगाते हैं। जिससे अमरीकी उपभोक्ताओं को नुकसान होता है। एक प्रेस को संबोधित करते हुए पिंग ने अमरीका सरकार पर आरोप लगाया है कि वह हुवावे के बारे में लोगों को गुमराह कर रही है और उसकी सेवाओं को हैक कर रही है। हुवावे के साइबर सुरक्षा प्रमुख जॉन सुफॉक ने कहा कि यह दुनिया भर में सबसे खुली पारदर्शी कंपनी है।