Edited By Supreet Kaur,Updated: 23 Jul, 2018 11:49 AM
अमेजॉन और मिंत्रा जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों पर आयकर विभाग की पैनी नजर है। हाल ही में जीएसटी काउंसिल ने घरेलू सामग्री जैसे चॉकलेट, टूथपेस्ट, शैंपू, वॉशिंग पाउडर और शेविंग क्रीम पर जीएसटी दरों में कटौती की है। विभाग यह जानना चाहता है कि क्या ये...
बिजनेस डेस्कः अमेजॉन और मिंत्रा जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों पर आयकर विभाग की पैनी नजर है। हाल ही में जीएसटी काउंसिल ने घरेलू सामग्री जैसे चॉकलेट, टूथपेस्ट, शैंपू, वॉशिंग पाउडर और शेविंग क्रीम पर जीएसटी दरों में कटौती की है। विभाग यह जानना चाहता है कि क्या ये कंपनियां जीएसटी दरों में कटौती का फायदा अपने ग्राहकों को दे रही हैं। नैशनल ऐंटी प्रॉफिटियरिंग अथॉरिटी ने डायरेक्टर जनरल, ऑडिट को इसकी जांच करने का काम सौंपा है।
बता दें कि हाल में हुई जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में कई प्रॉडक्ट्स पर जीएसटी दरें कम की गई हैं और कई वस्तुओं पर से जीएसटी हटा लिया गया है। आयकर विभाग इस पर नजर रख रहा है कि ग्राहकों को जीएसटी में कटौती का फायदा मिल रहा है या नहीं। इनमें से कई कंपनियां जमा की गई अतिरिक्त धनराशि कंज्यूमर वेलफेयर फंड में दे रही हैं। सरकार ने टैक्स रेट्स की कटौती के बारे में ग्राहकों को जागरूक करने के लिए कैंपेन चलाया है। विभाग का कहना है कि ई-कॉमर्स कंपनियों को ग्राहकों से लिया गया ज्यादा टैक्स वापस करना चाहिए।