Edited By jyoti choudhary,Updated: 18 Jan, 2021 06:26 PM
देश में कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण शुरू चुका है। सरकार प्लानिंग कर रही है कि सबको जल्द से जल्द कोरोना का टीका लगे। वहीं दूसरी तरफ फ्रॉड करने वालों को इसमें भी मौका दिख रहा है। साइबर ठगों ने लोगों को
बिजनेस डेस्कः देश में कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण शुरू चुका है। सरकार प्लानिंग कर रही है कि सबको जल्द से जल्द कोरोना का टीका लगे। वहीं दूसरी तरफ फ्रॉड करने वालों को इसमें भी मौका दिख रहा है। साइबर ठगों ने लोगों को रजिस्ट्रेशन और जल्दी टीका लगवाने के लालच के नाम पर ठगना शुरू कर दिया है। ऐसे मामलों में ही सावधानी बरतने के लिए निजी क्षेत्र में देश के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक ने एक एडवायजरी जारी की है।
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HDFC बैंक ने किया है जागरूक
एचडीएफसी बैंक ने कोविड-19 के नए टीके के नाम पर की जा रही धोखाधड़ी से लोगों को जागरूक किया है। बैंक की तरफ से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, कोरोना वैक्सीन की बुकिंग के नाम पर धोखाधड़ी हो रही है। ठग इस टीके के पेमेंट के लिए लोगों से बैंक अकाउंट नंबर और आधार नंबर आदि मांग रहे हैं। बैंक ने कहा है कि इस तरह के घोटालों से सतर्क रहें, क्यों कि हैल्थवर्कर या सरकारी कर्मचारी कभी भी आपकी योग्यता मापदण्ड के अनुसार भुगतान के या वित्तीय विवरण के बारे में पूछताछ नहीं करते। बैंक ने इस बाबत फेसबुक पर एक ऑडियो अभियान भी जारी किया है।
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ठगी का तरीका
गाजियाबाद के इंदिरापुरम में रहने वाले एक शख्स ने बताया कि कुछ दिन पहले ही उनके पास एक कॉल आई। कॉलर ने खुद को स्वास्थ्य विभाग दिल्ली से बताया। उन्हें बताया गया कि वैक्सीनेशन शुरू हो गया है। लेकिन, इसके लिए पहले रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी है। इस रजिस्ट्रेशन को करवाने वालों को पहले वैक्सीन लगाई जाएगी। आपको अपने परिवार में जिस भी व्यक्ति को टीका लगवाना हो, उनका रजिस्ट्रेशन करवाएं।
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शख्स ने बताया कि परिवार की सुरक्षा के लिए उन्होंने अपने नाम के साथ साथ पत्नी, बेटा और बेटी तथा बूढ़ी मां का नाम दे दिया। इसके बाद मुझे फार्म भेजा गया और परिवार के सदस्य की पूरी डिटेल के साथ 2-2 हजार रुपए देने के लिए कहा गया था। उन्होंने पांच फॉर्म भरकर जमा कर दिए। मगर बाद में मोबाइल बंद हो गया। मोबाइल बंद आने पर उन्हें अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ तो इसकी शिकायत की गई।
भोपाल में भी हुई छात्र से ठगी की कोशिश
गाजियाबाद में कोरोना के टीके के लिए ठगी का यह पहला मामला नहीं है। भोपाल में भी एक छात्र को वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर ठगी का शिकार बनाने का प्रयास किया गया। आरोपी ने छात्र को जल्दी रजिस्ट्रेशन नहीं कराने पर वैक्सीन खत्म होने का झांसा देते हुए ओटीपी मांगा था। हालांकि छात्र की सूझबूझ से वह ठगी का शिकार होने से बच गया। उसने इसकी शिकायत साइबर सेल में की थी।