Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Apr, 2018 06:39 PM
अब आपके इलाके का डाकिया सिर्फ चिठ्ठी देने का काम नहीं करेगा बल्कि वह घर-घर जाकर बैंकिंग सेवाएं भी देगा। बतां दें कि केंद्र सरकार नकद लेन-देन को कम करने के मकसद से डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने में लगी हुई है।
नई दिल्लीः अब आपके इलाके का डाकिया सिर्फ चिठ्ठी देने का काम नहीं करेगा बल्कि वह घर-घर जाकर बैंकिंग सेवाएं भी देगा। बतां दें कि केंद्र सरकार नकद लेन-देन को कम करने के मकसद से डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने में लगी हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले ज्यादातर लोगों के पास स्मार्टफोन नहीं होने या फिर इंटरनैट की ज्यादा जानकारी नहीं होने के कारण इस तरह के लेन-देन नहीं कर पाते। ऐसे में पोस्ट पेमेंट बैंक में काम करने वाला डाकिया उनकी मदद करेगा और उन्हें बैंकों से जोड़ने में मदद करेगा
डाकिये को पता है प्रत्येक व्यक्ति के बारे में
सरकार का मानना है कि डाकिये को प्रत्येक व्यक्ति के बारे में पता है और वो ऐसे लोगों का भी खाता खुलवा सकता है जो बैंकिंग सेवाओं का आज तक प्रयोग नहीं कर रहे हैं। इसके लिए पोस्टल डिपार्टमेंट ने अपने सभी पोस्टमैन को ट्रेनिंग भी देना शुरू कर दिया है। पूरे देश में इस वक्त इंडिया पोस्ट के 1.55 लाख पोस्ट ऑफिस हैं। 650 भुगतान बैंक उनकी सहायता करेंगे।
मिलेंगी यह सर्विस फ्री
इसके तहत एक लाख रुपए तक का बचत खाता, 25 हजार तक की जमा राशि पर पर 5.5 फीसदी ब्याज, चालू खाता और थर्ड पार्टी इंश्योरेंस जैसी सुविधाएं मिलेंगी। वहीं आधार भुगतान का पता बन जाएगा। एक बार सेवा शुरू होने के बाद आई.पी.पी.बी. देश का सबसे बड़ा वित्तीय सेवा नेटवर्क बन जाएगा।
ATM कार्ड, एलर्ट मैसेज मिलेगा फ्री
देश के अन्य बैंक अपने ए.टी.एम. कार्ड और इंटरनैट बैंकिंग की सुविधा के लिए चार्ज करते हैं लेकिन पोस्ट ऑफिस पेमेंट बैंक के कस्टमर को ए.टी.एम. लेने के लिए आपको किसी तरह का कोई चार्ज नहीं देना होगा।