Edited By rajesh kumar,Updated: 27 Oct, 2023 07:18 PM
दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो इन्फोकॉम का चालू वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी (जुलाई-सितंबर) तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ करीब 12 प्रतिशत बढ़कर 5,058 करोड़ रुपये रहा।
नेशनल डेस्क: दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो इन्फोकॉम का चालू वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी (जुलाई-सितंबर) तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ करीब 12 प्रतिशत बढ़कर 5,058 करोड़ रुपये रहा। रिलायंस जियो इन्फोकॉम ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि कंपनी का पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में शुद्ध मुनाफा 4,518 करोड़ रुपये रहा था। समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की परिचालन आय 9.8 प्रतिशत बढ़कर 24,750 करोड़ रुपये हो गई।
जियो ने पेश किया ‘जियो स्पेस फाइबर'
रिलायंस जियो ने देश के दूरदराज के क्षेत्रों में हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड सेवाएं प्रदान करने वाली भारत की पहली उपग्रह-आधारित गीगा फाइबर सेवा शुक्रवार को पेश की। जियो ने ‘इंइिया मोबाइल कांगेस' में शुक्रवार को नए उपग्रह आधारित ब्रॉडबैंड ‘जियो स्पेस फाइबर' को पेश किया। ‘जियो स्पेस फाइबर' उपग्रह आधारित गीगा फाइबर प्रौद्योगिकी है, जो उन दुर्गम इलाकों में सपंर्क स्थापित करेगी जहां फाइबर केबल से ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी पहुंचाना आसान नहीं है। रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड के चेयरमैन आकाश अंबानी ने जियो पवेलियन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जियो स्पेस फाइबर सहित जियो की स्वदेशी प्रौद्योगिकी और उत्पादों के बारे में बताया।
लाखों घरों में ब्रॉडबैंड इंटरनेट का अनुभव कराया
आकाश अंबानी ने कहा, ‘‘जियो ने भारत में लाखों घरों और व्यवसायों को पहली बार ब्रॉडबैंड इंटरनेट का अनुभव कराया। जियो स्पेस फाइबर के साथ हम उन लोगों तक पहुंच स्थापित करना चाहते हैं जो अभी इससे वंचित हैं।'' कंपनी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, जियो वर्तमान में 45 करोड़ से अधिक भारतीय उपभोक्ताओं को हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड फिक्स्ड लाइन और वायरलेस सेवाएं प्रदान करता है। विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘ भारत में हर घर के लिए डिजिटल समावेशिता में तेजी लाने के उद्देश्य से जियो ने अपनी ब्रॉडबैंड सेवाओं जियो फाइबर तथा जियो एयर फाइबर के साथ अब जियो स्पेस फाइबर को जोड़ा है। यह सेवा पूरे देश में अत्यधिक किफायती कीमतों पर उपलब्ध होगी। ''
चार सबसे दूरस्थ स्थान जियो स्पेस फाइबर से जुड़ चुके
विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘भारत के चार सबसे दूरस्थ स्थान जियो स्पेस फाइबर से जुड़ चुके हैं। इनमें गुजरात का गिर राष्ट्रीय उद्यान, छत्तीसगढ़ का कोरबा, ओड़िशा का नबरंगपुर और असम का ओएनजीसी-जोरहाट शामिल है। जियो ‘जियो स्पेस फाइबर' से दूरदराज के इलाकों में ब्राडबैंड कनेक्टिविटी पहुंचाने के लिए एसईएस कंपनी के उपग्रहों का इस्तेमाल किया जाएगा। यानी ‘जियो स्पेस फाइबर' से अब कहीं भी और कभी भी विश्वसनीय मल्टी-गीगाबिट कनेक्टिविटी मिलेगी। चुनौती भरे इलाकों में उपग्रह-आधारित इंटरनेट सेवाओं को पहुंचाने के लिए ‘जियो स्पेस फाइबर' नवोन्मेषी और उन्नत एनजीएसओ प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करेगा।''