Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Dec, 2019 05:44 PM
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि सरकार वैश्विक स्तर का बुनियादी ढांचा बनाने पर ध्यान दे रही है और पांच साल में राजमार्ग क्षेत्र में 15 लाख करोड़ रुपए का और निवेश होगा।
नई दिल्लीः सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि सरकार वैश्विक स्तर का बुनियादी ढांचा बनाने पर ध्यान दे रही है और पांच साल में राजमार्ग क्षेत्र में 15 लाख करोड़ रुपए का और निवेश होगा। नए मोटर वाहन कानून, इलेक्ट्रॉनिक रूप से पथकर वसूली, कोष जुटाने के लिये इनविट जैसे कदम उठाने वाले मंत्री ने कहा, ‘‘राजमार्ग या बुनियादी ढांचा निर्माण की बात आती है, कोष कभी समस्या न रहा है और न रहेगा।''
गडकरी ने कहा, ‘‘हमने राजमार्गों और पोत परिवहन क्षेत्रों में पिछले पांच साल में संयुक्त रूप से 17 लाख करोड़ रुपए खर्च किए हैं 22 हरित एक्सप्रेसवे समेत वैश्विक स्तर की सड़कों के निर्माण के लिए आने वाले 5 साल में केवल राजमार्ग क्षेत्र में 15 लाख करोड़ रुपए निवेश का निवेश किया जाएगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘ई-पथकर के अमल में आने के साथ पथकर आय सालाना 8,000 करोड़ रुपए पहुंच जाने का अनुमान है। जब से फास्टटैग प्रणाली अनिवार्य हुई है, पथकर आय उछलकर 25 करोड़ रुपए रोजाना पहुंच गई है।''
फास्टैग अनिवार्य किए जाने से दिसंबर के मध्य तक कुल एक करोड़ फास्टैग जारी किए गई हैं। कुछ जगहों पर ई-पथकर से छूट दे गई है। मंत्रालय के लिए अगले साल का एजेंडा 12,000 करोड़ रुपए की चार धाम परियोजना पूरी करने का है। इसके तहत बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए बाहरमासी संपर्क सुविधा उपलब्ध कराया जाना है। गडकरी ने कहा कि इसके अलावा कैलाश-मानसरोवर यात्रा को आसान बनाने के लिए उत्तराखंड के रास्ते राजमार्ग को पूरा करना है। इस मामले में करीब 75 प्रतिशत काम पूरे हो चुका है। फिलहाल इस स्थल तक केवल लुपिलेख और नाथुला मार्ग के जरिए पहुंचा जा सकता है जो कठिन रास्ता है।
मंत्री ने मोटर वाहन (संशोधन) कानून, 2019 पारित होने को ऐतिहासिक उपलब्धि बताया और कहा कि दुर्घटनाओं में कमी के जरिए इसका सकारात्मक प्रभाव जल्द देखने को मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को बुनियादी ढांचा निवेश ट्रस्ट (इनविट) गठित करने के प्रस्ताव तथा राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं को बाजार पर चढ़ाने का निर्णय राजमार्ग विकास में एक और मील का पत्थर साबित होगा।