Edited By jyoti choudhary,Updated: 02 Nov, 2018 05:08 PM
जापान की इलैक्ट्रोनिक कंपनी सोनी के लिए मोबाइल डिवीजन किश्ती में छेद जैसी साबित हो रही है कंपनी ने इस वित्त वर्ष की पहली छिमाही में एक बिलियन डॉलर का मुनाफा कमाया है लेकिन इसका 58 फीसदी मुनाफा मोबाइल डिवीजन के कारण डूब गया है
नई दिल्लीः जापान की इलैक्ट्रोनिक कंपनी सोनी के लिए मोबाइल डिवीजन किश्ती में छेद जैसी साबित हो रही है कंपनी ने इस वित्त वर्ष की पहली छिमाही में एक बिलियन डॉलर का मुनाफा कमाया है लेकिन इसका 58 फीसदी मुनाफा मोबाइल डिवीजन के कारण डूब गया है क्योंकि पहली छिमाही के दौरान मोबाइल डिवीजन को 580 मिलियन ड़ॉलर का नुकासान हुआ है और इसके बावजूद कंपनी इस डिवीजन को लेकर फिलहाल कोई सख्त फैसला करती नजर नहीं आ रही है हालांकि मोबाइल डिवीजन से हुए घाटे की कुछ हद तक पूर्ती गेमिंग डिवीजन से हो गई है जहां कंपनी को वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 317 मीलियन डॉलर का फायदा हुआ है।
कंपनी द्वारा जारी की गई दूसरी तिमाही की यह रिपोर्ट पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजों से तुलना करके तैयार की गई है। इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भी मोबाइल डिवीजन में कंपनी को 100 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था और दूसरी तिमाही में भी कंपनी को 480 मिलियन डॉलर का घाटा हुआ है।
लिहाजा पहले छिमाही में कंपनी को कुल 580 मिलियन डॉलर का नुकासान हो चुका है। हालांकि इस जापानी कंपनी का ऑवरऑल बिजनेस इस वित्त वर्ष की पहली छिमाही के दौरान पिछले साल के मुकाबले बेहतर रहा है और कंपनी ने एक बिलियन डॉलर का अतिरिक्त कारोबार किया है।
हालांकि इतने बड़े नुकसान के बावजूद सोनी द्वारा निकल भविष्य में मोबाइल यूनिट को बंद करने का कोई संकेत नहीं आया है लेकिन जानकारों का मानना है कि इतने बड़े घाटे पर नियंत्रण के लिए कंपनी को मोबाइल यूनिट के बारे में कोई सख्त फैसला लेना पड़ सकता है। जानकारों का मानना है कि स्मार्टफोन उपभोक्ताओं को सोनी द्वारा मोबाइल फोन बनाने की जानकारी ही नहीं है लिहाजा कंपनी का फोन बाजार में बिक नहीं पाता। जिससे कंपनी का घाटा लगातार बढ़ता जा रहा है।