Edited By jyoti choudhary,Updated: 01 May, 2020 11:25 AM
कोरोना वायरस की वजह से देश भर में लॉकडाउन जारी है। कई राज्य सरकारें लॉकडाउन को बढ़ाने की मांग कर रही हैं। इस बीच इंफोसिस के सह-संस्थापक और पूर्व चेयरमैन नारायण मूर्ति ने
बिजनेस डेस्कः कोरोना वायरस की वजह से देश भर में लॉकडाउन जारी है। कई राज्य सरकारें लॉकडाउन को बढ़ाने की मांग कर रही हैं। इस बीच इंफोसिस के सह-संस्थापक और पूर्व चेयरमैन नारायण मूर्ति ने लॉकडाउन बढ़ाने की अवधि को लेकर सरकार को आगाह किया है। एक वेबिनार में नारायण मूर्ति ने कहा कि अगर कोरोना की वजह से भारत में 3 मई के बाद भी लॉकडाउन जारी रहता है तो लोग कोरोना से नहीं बल्कि भूख से मरने लगेंगे।
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लंबे समय तक जारी नहीं रख सकते लॉकडाउन
मूर्ति ने कहा कि देश को अब कोरोना वायरस को नए नॉर्मल के तौर पर स्वीकार करते हुए सक्षम लोगों को काम पर लौटना चाहिए। वहीं, जिन लोगों को कोरोना वायरस की चपेट में आने की आशंका है, उन्हें इससे बचाना भी चाहिए। बुधवार को एक वेबिनार में नारायण मूर्ति ने कहा, 'हमारे लिए यह समझना जरूरी है कि भारत लंबे समय के लिए ऐसी परिस्थिति को जारी नहीं रख सकता है क्योंकि एक समय ऐसा आएगा जब भूखे मरने वाले लोगों की संख्या कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों से ज्यादा हो जाएगी।' उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कुल पॉजिटिव मामलों में मृत्यु दर 0.25 फीसदी से 0.50 फीसदी के बीच है।
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कोरोना को रोकने में विकसित देशों से बेहतर है भारत
यह कई विकसित देशों की तुलना में बेहद कम है। लॉकडाउन की वजह से अभी तक भारत कोरोना वायरस को काफी हद तक नियंत्रित करने में सफल रहा है। संक्रमण के रोकथाम में हम कामयाब रहे हैं। नारायण मूर्ति ने कहा कि भारत में किसी न किसी कारण से हर साल 90 लाख लोगों की मौत होती है। इसमें से एक चौथाई लोगों प्रदूषण की वजह से मरते हैं। उन्होंने कहा, 'जहां एक साल में 90 लाख लोगों की मौत होती है, वहां पिछले 2 महीने में अगर 1 हजार लोगों की मौत होती है तो हमें इसके लिए उतना परेशान नहीं होना चाहिए, जितना हम हो रहे हैं।