Edited By jyoti choudhary,Updated: 29 Sep, 2023 03:58 PM
देश में शेयर बाजार में निवेश करने वाले की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है और इसको साबित करने वाला एक और आंकड़ा आ गया है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर पिछले आठ महीने में नए निवेशकों का रजिस्ट्रेशन एक करोड़ के आंकड़े पर पहुंच गया है। इसके साथ ही...
नई दिल्लीः देश में शेयर बाजार में निवेश करने वाले की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है और इसको साबित करने वाला एक और आंकड़ा आ गया है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर पिछले आठ महीने में नए निवेशकों का रजिस्ट्रेशन एक करोड़ के आंकड़े पर पहुंच गया है। इसके साथ ही एनएसई पर कुल निवेशकों की संख्या आठ करोड़ से ज्यादा हो गई है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के मुताबिक उसके रजिस्टर्ड इंवेस्टर्स की संख्या में इजाफे के पीछे एक बड़ी वजह ये है कि कैपिटल मार्केट में अच्छा मूमेंटम बना हुआ है। एनएसई ने अहम बात कही है कि एक्सचेंज के साथ कुल रजिस्टर्ड क्लाइंट कोड्स ने 14.9 करोड़ का आंकड़ा छू लिया है, ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि क्लाइंट कोड एक से ज्यादा ट्रेडिंग सदस्यों के लिए होते हैं।
आठ महीनों के दौरान जुड़े 1 करोड़ नए निवेशक
स्टॉक एक्सचेंज ने एक रिलीज में कहा है कि 8 करोड़ यूनीक पैन इंवेस्टर्स भारत में लगभग 5 करोड़ यूनीक परिवारों के बराबर हैं। ये एनएसई के नेशनवाइड नेटवर्क के माध्यम से भारतीय शेयर बाजार में सीधे निवेश करने वाले लगभग 17 फीसदी परिवार हैं। इसके अलावा खास बात ये है कि पिछले 8 महीनों के दौरान एनएसई के प्लेटफॉर्म पर एक करोड़ नए इंवेस्टर्स रजिस्टर हुए हैं।
उत्तरी क्षेत्र का हिस्सा रहा सबसे ज्यादा
एनएसई ने कल 28 सितंबर को एक बयान में जानकारी देते हुए कहा कि नए निवेशकों का रजिस्ट्रेशन सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं है। नए रजिस्टर्ड इंवेस्टर्स में टॉप 100 शहरों से इतर इलाकों का हिस्सा 45 फीसदी रहा है। विभिन्न क्षेत्रों की बात की जाए, तो नए इंवेस्टर्स के रजिस्ट्रेशन में उत्तरी क्षेत्र का हिस्सा 43 फीसदी रहा है। इसके बाद 27 फीसदी के साथ पश्चिम का स्थान है। दक्षिण क्षेत्र का हिस्सा 17 फीसदी और पूर्वी क्षेत्र का 13 फीसदी रहा है।