Edited By vasudha,Updated: 13 Jan, 2020 03:22 PM
सार्वजनिक क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने सीमांत लागत ब्याज दर (एमसीएलआर) में 10 आधार अंक की कटौती की है जिससे उसके ऋण सस्ते हो गये हैं। बैंक के अनुसार एक साल का एमसीएलआर अब 8.20 प्रतिशत से घटकर 8.10 प्रतिशत हो गया है। बैंक ने जुलाई 2019 से लेकर...
बिजनेस डेस्क: सार्वजनिक क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने सीमांत लागत ब्याज दर (एमसीएलआर) में 10 आधार अंक की कटौती की है जिससे उसके ऋण सस्ते हो गये हैं। बैंक के अनुसार एक साल का एमसीएलआर अब 8.20 प्रतिशत से घटकर 8.10 प्रतिशत हो गया है। बैंक ने जुलाई 2019 से लेकर अब तक लगातार सातवीं बार एमसीएलआर में कटौती की है फरवरी 2019 से अब तक अलग-अलग अवधियों एमसीएलआर में 60 आधार अंक से लेकर 75 आधार अंकों तक की कटौती की जा चुकी है। नयी कटौती शनिवार से प्रभावी हो चुकी है।
बता दें देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने अपने कर्जदारों को नए साल का तोहफा देते हुए एक्सटर्नल बेंचमार्क बेस्ड रेट (EBR) में 25 बेसिस पॉइंट यानी .25% की कटौती की है। कटौती के बाद 1 जनवरी 2020 से नई दर 8.05 फीसदी से घटकर 7.80 फीसदी हो गई है।
वहीं इसके अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स ने भी ब्याज दर में कटौती कर दी है। OBC ने 1 साल के लोन के लिए एमसीएलआर को 0.15 फीसदी की कटौती करते हुए इसे 8.15% कर दिया है। दरअसल जब भी बैंक लेंडिंग रेट तय करते हैं तो वे बदली हुई स्थितियों में खर्च और मार्जिनल कॉस्ट की भी गणना करते हैं। बैंकों के स्तर पर ग्राहकों की जमा रकम पर दिए जाने वाली ब्याज दर शामिल होती है।