Edited By Anu Malhotra,Updated: 09 May, 2024 08:29 AM
पंजाब समेत कई जिलों में हीटवेव का कहर जारी है। मई महीने में ही गर्मी ने अपना जलवा दिखाना शुरू कर दिया है जिसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने एडवाइजरीजारी की है। बता दें कि कई जिलों में दिन का तापमान अब 40 डिग्री पार करने लग पड़ा है। वहीं, 16 मई से पूरे...
नेशनल डेस्क: पंजाब समेत कई जिलों में हीटवेव का कहर जारी है। मई महीने में ही गर्मी ने अपना जलवा दिखाना शुरू कर दिया है जिसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने एडवाइजरीजारी की है। बता दें कि कई जिलों में दिन का तापमान अब 40 डिग्री पार करने लग पड़ा है। वहीं, 16 मई से पूरे राज्य के लू की चपेट में आने की संभावना है। ऐसे में विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है।
घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो रहा है। गर्मियों के इस मौसम में चलने वाली हीट वेव से स्कूली छात्रों को बचाने के लिए पंजाब शिक्षा विभाग की तरफ से एडवाइजरी जारी कर दी गई है। इसमें स्टूडेंट्स और टीचरों को उचित कपड़े पहनने से लेकर गर्मी से बचने के तौर तरीके बताए गए हैं। विभाग ने तय किया है कि गाइड लाइन की कॉपी पंजाबी में ट्रांसलेट की जाएगी। साथ ही इसे सारे स्कूलों लागू करवाया जाएगा। सुबह मॉर्निंग असेंबली और फिजिकल एजुकेशन के पीरियड में स्टूडेंट्स को इस बारे में जागरूक किया जाएगा।
-छात्रों और शिक्षकों को सलाह दी गई है कि वे समाचार पत्र पढ़कर या टीवी और रेडियो सुनकर मौसम संबंधी खबरों से अपडेट रहें। अपने फोन पर मौसम डाउनलोड करने का भी सुझाव दिया गया है।
-सलाह में यह भी कहा गया है कि जलयोजन महत्वपूर्ण है और इसलिए बड़ी मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही एडवाइजरी में कहा गया है कि अगर आप हृदय, किडनी या लीवर की बीमारियों से पीड़ित हैं या कम पानी पीते हैं तो डॉक्टरी सलाह से तरल पदार्थ बढ़ाने के कदम उठाने चाहिए।
-वैकल्पिक रूप से, ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन (ओआरएस) के उपयोग का सुझाव दिया गया है। इसी तरह घर में बने तरल पदार्थ जैसे नींबू पानी, लस्सी, नारियल पानी आदि का उपयोग किया जा सकता है। साथ ही बाहर जाते समय हमेशा हल्के रंग के कपड़े पहनने की सलाह दी जाती है।
-घर से बाहर निकलते समय सीधी धूप से बचने के लिए सिर और हाथों को अच्छी तरह से ढंकना चाहिए। आंखों की सुरक्षा के लिए चश्मे का उपयोग करें और त्वचा की सुरक्षा के लिए पर्याप्त सन प्रोटेक्शन फैक्टर (एसपीएफ) वाले सनस्क्रीन का उपयोग करें।
-पंजाब में 19 हजार से ज्यादा स्कूल हैं जिनमें 30 लाख से ज्यादा छात्र पढ़ते हैं। इन छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह पहल की गई है। इसके साथ ही इस प्रयास में अधिकतम सफलता के लिए विद्यालय प्रबंधन समितियों का सहयोग भी अनिवार्य होगा।