Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Apr, 2019 01:30 PM
भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने आर्थिक तंगी से जूझ रही प्राइवेट एयरलाइंस जेट एयरवेज को मदद नहीं मिलने पर अफसोस जताया है। माल्या ने मंगलवार सुबह ट्वीट करते हुए हुए कहा, ''मैं अपने प्रस्ताव को
बिजनेस डेस्कः भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने आर्थिक तंगी से जूझ रही प्राइवेट एयरलाइंस जेट एयरवेज को मदद नहीं मिलने पर अफसोस जताया है। माल्या ने मंगलवार सुबह ट्वीट करते हुए हुए कहा, 'मैं अपने प्रस्ताव को फिर से दोहराता हूं कि बैंकों का पूरा कर्ज़ चुका दूंगा लेकिन मीडिया कह रही हैं कि मुझे यूके से भारत प्रत्यर्पित किए जाने का डर है। मैं किसी भी तरह से भुगतान करने को तैयार हूं, चाहे मैं लंदन में हूं या भारतीय जेल में हूं।'
आपको बता दें कि इससे पहले भी माल्या ने ट्वीट कर कहा था कि सरकारी बैंकों को मुझसे रकम ले लेनी चाहिए ताकि वे जेट एयरवेज की मदद कर सकें।
विजय माल्या ने ट्वीट कर कहा है, 'मैंने किंगफिशर में बहुत निवेश किया, इससे वह भारत की सबसे बड़ी और सबसे ज्यादा अवार्ड पाने वाली एयरलाइंस बन गई। ऐसा करने के लिए किंगफिशर ने सरकारी बैंकों से कर्ज लिया। मैं 100 फीसदी कर्ज चुकाने का प्रस्ताव दे चुका हूं लेकिन इसके बदले मुझे अपराधी घोषित कर दिया गया है। यहीं एयरलाइंस कर्म है।
माल्या ने ट्विटर पर कहा कि जेट के प्रतियोगी होने के बाद भी मेरी सहानुभूति कंपनी के पूर्व निदेशक नरेश गोयल और उनकी पत्नी गीता गोयल के साथ है। उन्होंने कहा कि नरेश गोयल पर भारत गर्व महसूस कर सकता है। जेट एयलाइन लोगों को अच्छी सर्विस देती आई है।
माल्या का सरकार पर आरोप
भले ही जेट और किंगफिशर एक दूसरे के कॉम्पिटिटर थे लेकिन एक बड़ी प्राइवेट एयरलाइन को असफलता के कगार पर देखकर दुख हुआ। जबकि, सरकार ने एयर इंडिया को बचाने के लिए 35 हजार करोड़ रुपए के सार्वजनिक धन का इस्तेमाल किया। सिर्फ पीएसयू होना भेदभाव का कोई बहाना नहीं है।