जून 2021 तक पूरा होगा सी.एच.बी. और यू.टी. की नई बिल्डिंग का काम

Edited By ashwani,Updated: 30 Nov, 2020 10:48 PM

building stone

बिल्डिंगों का निर्माण कार्य 90 प्रतिशत पूरा, अब फिनिशिंग वर्क में लगेगा समय  कोरोना के चलते काम में हुई देरी, दिसम्बर, 2018 में रखा था दोनों बिल्डिंग का नींव पत्थर ग्रीन बिल्डिंग गोल्ड रेंटिंग के पूरे करेगी सभी मापदंड

चंडीगढ़, (राजिंद्र शर्मा) : चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड की ग्रीन बिल्डिंग और यू.टी. सचिवालय की न्यू बिल्डिंग का काम जून 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा। दोनों बिल्डिंग का निर्माण कार्य तकरीबन 90 प्रतिशत तक पूरा कर लिया गया, लेकिन अब फिनिशिंग वर्क में समय लगेगा, जिस पर काम किया जा रहा है। कोरोना के चलते दोनों बिल्डिंग का काम प्रभावित हुआ है, क्योंकि दिसम्बर 2020 तक इसे पूरा किया जाना था, लेकिन अब इसमें छह महीने का समय और लगेगा। दोनों ग्रीन बिल्डिंग हैं, जिनमें एनर्जी सेविंग के साथ ही कई तरह के नए फीचर्स शामिल किए जाएंगे।

 


फिनिशिंग का काम चल रहा है
प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि सी.एच.बी. की ग्रीन बिल्डिंग का निर्माण कार्य तकरीबन पूरा कर लिया गया है। जो थोड़ा बहुत काम बचा है, उसे भी जल्द ही  पूरा कर लिया जाएगा। इसमें फिनिशिंग वर्क शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा इलैक्ट्रिकल वर्क, फिटिंग आदि का काम भी शुरू कर दिया गया है। इसमें बिल्डिंग के साथ पार्किंग व अन्य काम बाद में पूरे किए जाएंगे। इसी तरह यू.टी. सचिवालय की नई बिल्डिंग का निर्माण कार्य पूरा होने को है। साथ ही फिनिशिंग वर्क पर काम शुरू कर दिया गया है। बिल्डिंग में पार्टीशन व अन्य इंटरनल वर्क साथ-साथ ही जारी रहेंगे।
सी.एच.बी. के दोनों ए और सी ब्लॉक नई बिल्डिंग में शिफ्ट होंगे
चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड की सैक्टर-9 स्थित परिसर में ये सेवन स्टोरी ग्रीन बिल्डिंग तैयार की जा रही है। बिल्डिंग का निर्माण कार्य 1,31,420 स्क्वेयर फीट एरिया में 57.94 करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया जा रहा है। नई बिल्डिंग बनने के बाद सी.एच.बी. के दोनों ए और सी ब्लॉक इसी बिल्डिंग में शिफ्ट हो जाएंगे। वहीं सैक्टर-9 में ही यू.टी. सचिवालय की न्यू बिल्डिंग 49.7 करोड़ रुपए की लागत से सैक्टर-9 में एडिशनल डीलक्स बिल्डिंग और चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड की बिल्डिंग के बीच में तैयार की जा रही है।

ऐसी होगी सी.एच.बी. की गोल्ड रेटिंग ग्रीन बिल्डिंग
सी.एच.बी. की ग्रीन बिल्डिंग गोल्ड रेटिंग के सभी मापदंड पूरे करेगी। रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम केसाथ ही सोलर पैनल सिस्टम भी लगाया जा रहा है। इसके अलावा एफिशिएंट वाटर फ्लो, एनर्जी एफिशिएंट वी.आर.वी. सिस्टम, सीडी मॉनिटरिंग बेस्ड कार पार्किंग वैंटीलेशन सिस्टम, एल.ई.डी. एफिशिएंट इंटीरियर लाइटिंग और सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट (एस.टी.पी.) लगाया जा रहा है। एस.टी.पी. से ट्रीट होने वाले पूरे वाटर को बिल्डिंग में ही इस्तेमाल किया जाएगा। पानी के नल भी लो फ्लो के होंगे। इनमें कम पानी आने के कारण बर्बादी नहीं होगी। 
दो बेसमैंट पार्किंग में 221 वाहनों को पार्क करने की क्षमता होगी, जिसमें से केवल 33 वाहन ही सरफेस पर पार्क किए जा सकेंगे। इलैक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग के लिए चार्जिंग स्पॉट भी बनाए जाएंगे। इसके अलावा बिल्डिंग मैनेजमैंट सैंटर बनाया जाएगा, जिससे इस सेंटर में बैठा कर्मी पूरी बिल्डिंग को कंट्रोल कर सकेगा, जिसमें एयर कंडीशनर, लाइटिंग और अन्य सर्विसेज होंगी। टॉप फ्लोर पर एक एग्जीबिशन हॉल बनाया गया है और ग्राऊंड फ्लोर पर 2 हजार स्क्वेयर फीट का एक मल्टीपर्पज हॉल भी बनाया गया है। इस हॉल को बाहरी कार्यक्रमों के लिए दिया जाएगा या नहीं, इस संबंध में बोर्ड द्वारा बाद में पॉलिसी बनाई जाएगी। लाइटिंग भी लोगों की मूवमैंट के मुताबिक ही कम या ज्यादा होगी। बिल्डिंग का डबल ग्लास ऐसा होगा कि गर्मियों के सीजन के दौरान बाहर की हीट इसमें अंदर दाखिल नहीं होगी। बिल्डिंग का निर्माण कार्य लीडरशिप इन एनर्जी एंड इन्वायर्नमैंट डिजाइन के साथ कंपलीट किया जाएगा। इससे पहले सैक्टर-9 में बोर्ड के दो ब्लॉकए और सी थे, वहीं ये नया बी ब्लॉक बनाया गया है।  

ऐसी होगी यू.टी. की फाइव स्टार ग्रीन बिल्डिंग 
नई सचिवालय की बिल्डिंग सात मंजिला बनाई जा रही है, जिसमें बेसमैंट भी शामिल है। इस इमारत को इको फ्रैंडली बनाने के लिए कई तरह के प्रावधान किए गए हैं। इस बिल्डिंग को सैक्टर-19 स्थित पर्यावरण भवन की तर्ज पर बनाया गया है। यह बिल्डिंग सोलर पावर प्लांट के साथ ही भूकंपीय क्षमता से निपटने में युक्त होगी। साथ ही इसमें हाई परफॉर्मैंस ग्लास, एनर्जी एफिशिएंट लाइटिंग, एयर कंडीशनिंग, आर्गेनिक वेस्ट कंपोस्टिंग लगाया जा रहा है। इसके सभी फीचर्स को सैंट्रली मॉनिटर किया जाएगा। नई बिल्डिंग का काम पूरा होने के बाद ही यू.टी. के सभी डिपार्टमैंट इसी एक बिल्डिंग में ही आ जाएंगे। जिसमें एक्साइज एंड टैक्सेशन, सोशल वैल्फेयर, लीगल मेट्रोलॉजी, हैल्थ, स्टेट एग्रीकल्चरल मार्कीटिंग बोर्ड और ऑफिस ऑफ ब्लॉक डिवैल्पमैंट एंड पंचायत अफसर शामिल हैं। अभी फिलहाल ये सभी ऑफिस अलग-अलग कई अन्य बिल्डिंगों में ही चल रहे हैं।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!