Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Jun, 2018 08:55 AM
एक युवक द्वारा खुद को भारतीय सेना का जवान बताकर सस्ता सामान बेचने का झांसा देकर इंटरनैट पर लोगों से धोखाधड़ी किए जाने का मामला सामने आया है।
चंडीगढ़ (संदीप): एक युवक द्वारा खुद को भारतीय सेना का जवान बताकर सस्ता सामान बेचने का झांसा देकर इंटरनैट पर लोगों से धोखाधड़ी किए जाने का मामला सामने आया है। आरोपी पिछले ढाई माह के दौरान शहर के करीब 15 लोगों से 5 हजार से लेकर 15 हजार रुपए तक की धोखाधड़ी कर चुका है।
इन शिकायतों के आधार पर पुलिस इस शातिर आरोपी की तलाश में अभी तक हरियाणा स्थित पलवल, मेवात और राजस्थान स्थित अलवर और भरतपुर में दबिश दे चुकी है लेकिन वह अभी हाथ नहीं आया है।
बेहद कम कीमत का झांसा देकर फंसाता है आरोपी
आरोपी इंटरनैट पर खुद को सेना का जवान बताकर आई फोन और लैपटॉप बेचने के लिए संदेश देता है। इसमें वह आई फोन या लैपटॉप की बेहद कम कीमत मांगता है।
बेहद कम दाम देखकर लोग इन्हें खरीदने के लिए तैयार हो जाते हैं। इसके बाद जब लोग प्रोडक्ट खरीदने के लिए उससे सम्पर्क साधते हैं तो वह सबसे पहले किसी सेना कर्मी की वर्दी वाली फोटो, उसके आई.कार्ड और आधार कार्ड की फोटो भेज देता है, जिससे प्रोडक्ट लेने वाले को पूरा विश्वास हो जाए कि बेचने वाला सेना का कर्मी है।
इस तरह खरीददार का विश्वास जीतने के बाद वह आई फोन या लैपटॉप की फोटो और उसके दस्तावेज भेजता है। इतना ही नहीं, आरोपी एक कोरियर आफिस में कर्मियों की प्रोडक्ट को पैक करते हुए फोटो भी भेजता है, जिससे खरीददार को पूरा विश्वास हो जाता है कि वह इस तरह के प्रोडक्ट बेचने का ही काम करता है।
फिर वह उन्हें बैंक का अकाऊंट नम्बर भेजकर प्रोडक्ट की कुल कीमत से आधी कीमत भेजने के लिए कहता है। बाकी पैसे प्रोडक्ट मिलने के बाद भेजने की बात कहता है, जिससे लोग उसकी बातों से प्रभावित होकर उसके अकाऊंट में पैसे डाल देते थे।
वह अपने मोबाइल नम्बर से ग्राहक से बात भी करता है। पैसे डालने के बाद जब प्रोडक्ट न आने पर लोग उसके मोबाइल पर सम्पर्क साधने का प्रयास करते हैं तो उसका मोबाइल नम्बर बंद मिलता है। तब लोगों को पता चलता है कि वह धोखाधड़ी का शिकार हो चुके हैं।
आई फोन के फैन युवा हैं अधिकतर पीड़ित
आरोपी द्वारा की गई धोखाधड़ी के शिकार अधिकतर पी.जी. रहने वाले वह युवा हैं, जो कि आई फोन के दीवाने हैं। बेहद कम दामों में आई फोन खरीदने की चाह रखने वाले चंडीगढ़ के करीब 10 युवाओं को आरोपी ने अपना शिकार बनाया है। इन युवाओं से आरोपी ने 5 हजार रुपए से लेकर 15 हजार रुपए तक की धोखाधड़ी की है।
फर्जी दस्तावेजों पर ख्ररीदे गए सिम कार्ड
पुलिस जांच के दौरान सामने आया है कि आरोपी ने जो मोबाइल नम्बर यूज किए हैं, वह फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खरीदे गए हैं। सभी दस्तावेज हरियाणा के पलवल, मेवात और राजस्थान के अलवर और भरतपुर के यूज किए गए हैं। इसके अवाला जो बैंक अकाऊंट दिए गए, वह उन लोगों के हैं, जो अपने अकाऊंट का बेहद कम प्रयोग करते हैं और कम पढ़े-लिखे हैं। उन्हें अपने अकाऊंट में पैसे आने और निकाले जाने की जानकारी तक नहीं है।