Edited By pooja verma,Updated: 10 Jun, 2020 11:31 AM
जिला अदालत के वकीलों ने मंगलवार को जिला अदालत में वकीलों के चैंबर में कलाइंट्स को प्रवेश नहीं करने देने और केस फाइलिंग नहीं होने के विरोध में कोर्ट परिसर में प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।
चंडीगढ़ ( रमेश हांडा): जिला अदालत के वकीलों ने मंगलवार को जिला अदालत में वकीलों के चैंबर में कलाइंट्स को प्रवेश नहीं करने देने और केस फाइलिंग नहीं होने के विरोध में कोर्ट परिसर में प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष रविंदर सिंह बस्सी का कहना है कि चैंबर वकौलों के हैं, जहां कौन आएगा या कौन नहीं यह वे तय करेंगे। उनका कहना है कि वीडियो कॉन्फ्रैंसिंग के जरिए कोर्ट्स लग रही हैं लेकिन वह केस फाइल नहीं कर पा रहे।
वकीलों को अपने क्लाइंट्स की मौजूदगी में अपने चैम्बर्स में टाइपिंग व रिकार्ड देखना होता है लेकिन चैंबर बिल्डिंग को क्लाइंट्स के लिए नहीं खोला जा रहा जिससे उनका काम प्रभावित हो रहा है और वह अपने क्लाइंट्स से मशवरा भी नहीं कर पा रहे हैं। वकीलों ने बताया कि जिला अदालत में काम करने वाले वकील पंजाब व हरियाणा से भी आते हैं, ऐसे में वह अपने क्लाइंट्स सेचैंबर में ही डिस्कशन कर सकते हैं जोकि बंद किए हुए हैं।
कोरोना के चलते पहले ही आर्थिक रूप से परेशान हैं
एडवोकेट शिव मूर्ति यादव, विनोद वर्मा व बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष करण खुल्लर का कहना है कि कोरोना के चलते पहले ही वह आर्थिक रूप से परेशान हैं। ऊपर से चैंबर में क्लाइंट्स का प्रवेश बंद करने से उन्हें और नुक्सान झेलना पड़ रहा है। वकीलों ने मांग की है कि क्लाइंट्स को भी चैंबर बिल्डिंग में आने की इजाजत दी जाए जिसके लिए वह पूरी सावधानियां बरतेंगे और गाइडलाइंस को फॉलो करेंगे।