Edited By Priyanka rana,Updated: 27 Nov, 2019 12:33 PM
गांव दफ्फरपुर के एक व्यक्ति ने मुबारिकपुर पुलिस पर उसे चौंकी पर लाकर अवैध हिरासत में रखकर करंट लगाकर बेहरहमी से मारपीट करने का आरोप लगाया है।
डेराबस्सी(गुरप्रीत) : गांव दफ्फरपुर के एक व्यक्ति ने मुबारिकपुर पुलिस पर उसे चौंकी पर लाकर अवैध हिरासत में रखकर करंट लगाकर बेहरहमी से मारपीट करने का आरोप लगाया है। व्यक्ति की मारपीट और करंट लगने से हालत बिगडऩे के कारण उसे अस्पताल में दाखिल करवाया गया है, जिसके आज पुलिस ने ब्यान दर्ज किए।
दूसरी तरफ मुबारिकपुर पुलिस चौंकी इंचार्ज ए.एस.आई. नरपिंदर सिंह ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उक्त व्यक्ति पर पड़ोस होमगार्ड जवान की पत्नी से छेड़छाड़ के आरोप हैं और अब कार्रवाई से बचने के लिए वह यह नाटक कर रहा है। शिकायतकर्ता 64 वर्षीय यादव लाल प्रसाद निवासी गुरु नानक कालोनी गांव दफरपुर ने बताया कि पड़ोसी उसके साथ झगड़ता रहता है। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसका पड़ोसी पंचकूला होमगार्ड में तैनात है और हर बार झगड़े में अपनी पत्नी को आगे कर देता है। झगड़ा करने के बाद पड़ोसी ने पुलिस को शिकायत दी।
इस मामले में 25 तारीख को मुबारिकपुर पुलिस उसे घर से उठा कर ले गई। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि मुबारिकपुर पुलिस चौंकी में ले जाकर अवैध हिरासत में रखने के अलावा करंट लगाया गया और उसकी बरेहमी से मारपीट की गई। जब शाम तक उसे छोड़ा नहीं गया तो कालोनी निवासी इकट्ठा हो गए। इसके बाद पुलिस ने जबरदस्ती उसके पड़ोसी के साथ समझौता होने संबंधी कागजों पर साइन करवा कर उसे शाम साढ़े सात बजे छोड़ दिया।
शिकायतकर्ता ने कहा पुलिस की तरफ से बिजली का करंट लगाने और मारपीट करने के कारण उसकी हालत बिगड़ गई जिस कारण उसे डेराबस्सी सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। पुलिस की तरफ से उसकी जीभ और शरीर के हिस्सों में जबरदस्त करंट लगाया जो कि गैरकानूनी है। उसने पुलिस के उच्च अधिकारियों से मामले की जांच कर बनती कार्रवाई करने की मांग की है।
मुबारिकपुर पुलिस चौंकी इंचार्ज ए. एस.आई. नरपिंदर सिंह ने बताया कि वह पिछले दो दिन से एक मामले में हाईकोर्ट जा रहे हैं। उक्त व्यक्ति पड़ोस में रहने वाले पंचकूला के होमगार्ड जवान की पत्नी पर बुरी नजर रखता था और बीती 22 तारीख को उसके घर घुसकर उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की। मामले की शिकायत मिलने पर पुलिस ने 22 तारीख को दोनों पार्टियां को पुलिस स्टेशन में बुलाया। जहां दोनों पार्टियों में काफी तकरार हुई थी।
इसके बाद में कालोनी के व्यक्तियों की तरफ से दोनों पक्षों का फैसला करवाने के लिखित भरोसे के बाद वापस चले गए थे। अब पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए उक्त व्यक्ति झूठा आरोप लगा कर नाटक कर रहा है। उन्होंने 25 तारीख को किसी को भी चौंकी नहीं बुलाया।