दो रिटर्न में मिसमैच आया सामने, एक्साइज डिपार्टमैंट ने की 100 कंपनियों की लिस्ट तैयार

Edited By AJIT DHANKHAR,Updated: 01 Nov, 2020 09:28 PM

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55 करोड़ रुपए का आ रहा अंतर, विभाग ने सभी कंपनियों को जवाब देने के लिए जारी किया नोटिस

चंडीगढ़, (राजिंद्र शर्मा): यू.टी. प्रशासन के एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमैंट ने 100 कंपनियों की लिस्ट तैयार की है, जिनकी जी.एस.टी.आर.-3बी और जी.एस.टी.आर.-1 में मिसमैच सामने आया है। इसमें 55 करोड़ रुपए का अंतर सामने आ रहा है। विभाग ने ऐसी सभी कंपनियों को नोटिस जारी कर दिया है और जल्द जवाब देने के निर्देश दिए हैं। 
सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी केंद्र सरकार ने डाटा की जांच के लिए बिजनैस इंटैजीलैंस एंड फ्रॉड एनालिटिक्स प्लेटफार्म शुरू किया है। ये मॉड्यूल फर्जी मामलों का पता लगाने में सहायता करता है, जिसमें चारों रिटर्न के मिसमैच करने का पता चल जाता है। इसके अलावा डीलरों के फर्जी आई.टी.एस. का पता लगाने और मूवमैंट के बारे में जानकारी लेने में भी सहायता करता है। यही कारण है कि मॉड्यूल की सहायता से फर्जी मामलों का पता लगते ही विभाग द्वारा इनमें कार्रवाई की जाती है। विभाग ने वर्ष 2017-18, 2018-19, 2019-20 में टैक्स पेयर्स द्वारा देरी से पेमैंट करने के चलते 13.24 करोड़ रुपए ब्याज निकाला है। प्रशासन ने इनपुट टैक्स के्रडिट के बाद ही पूरे अमाऊंट पर बनता ब्याज निकाला है, जिसकी रिकवरी के लिए भी प्रयास शुरू किए गए हैं। सभी करदाताओं को नोटिस भेजकर जल्द ब्याज राशि जमा करवाने के लिए बोला गया है, नहीं तो विभाग की तरफ से सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। 

 


ई-वे बिल जनरेट कर रहे मगर रिटर्न नहीं कर रहे फाइल 
इसके अलावा विभाग ने 542 टैक्स पेयर्स की भी लिस्ट तैयार की, जो ई-वे बिल जनरेट कर रहे थे लेकिन दिसम्बर 2019 और जनवरी 2020 के लिए जी.एस.टी.आर.-3बी फाइल नहीं कर रहे थे। यही कारण है कि इनके अकाऊंट कंप्यूटराइज्ड सिस्टम के जरिए ब्लॉक कर दिए गए हैं। 5 करोड़ टर्नओवर करदाताओं के खिलाफ विभाग की तरफ से ये कार्रवाई की जाती है। प्रशासन ने टैक्स चोरी को रोकने के लिए ही ये कार्रवाई शुरू की है, जिसके तहत रोड साइड और ई-वे बिल की चैकिंग की जा रही है। इसके लिए अक्तूबर में विभाग ने 34 लाख रुपए जुर्माना राशि के रूप में रिकवर किए हैं।
रिटर्न फाइल करने में चंडीगढ़ सबसे आगे 
जी.एस.टी. रिटर्न फाइल करने में चंडीगढ़ सबसे आगे है। मौजूदा वित्तीय वर्ष 2020-21 में 30 सितम्बर 2020 तक रिटर्न फाइल करने का प्रतिशत 94.65 प्रतिशत है। इसी तरह वर्ष 2019-20 वित्तीय वर्ष में अब तक 99.97 प्रतिशत रिटर्न भरी गई है, जबकि वर्ष 2017-18 व 2018-19 में रिटर्न भरने का प्रतिशत 100 था। इस संबंध में असिस्टैंट एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर आर.के. चौधरी ने बताया कि चंडीगढ़ जी.एस.टी. रिटर्न फाइल करने में देश में सबसे आगे है। वह लोगों को तय समय पर रिटर्न फाइल करने के लिए अवेयर करते रहते हैं, जिसके लिए व्यापारियों के साथ कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने डिफाल्टरों को जल्द रिटर्न फाइल करने की चेतावनी दी है। जो नियमित रूप से रिटर्न फाइल नहीं कर रहे हैं, उनसे सख्ती से निपटने की विभाग ने योजना बनाई है।

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