Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jun, 2018 12:10 PM
पानी नहीं बचाया गया तो तीसरा विश्व युद्ध इसी के लिए होगा। सभी को इसके संरक्षण के बारे में सोचना होगा।
चंडीगढ़(रश्मि) : पानी नहीं बचाया गया तो तीसरा विश्व युद्ध इसी के लिए होगा। सभी को इसके संरक्षण के बारे में सोचना होगा। सतलुज का पानी दिन-ब-दिन खराब होता जा रहा है। जोशी फाऊंडेशन और खेती विरासत मिशन द्वारा नदियों के पानी के गंदा होने के मुद्दे पर हुई प्रैस कांफ्रैंस में इस पर चर्चा हुई।
कांफ्रैंस में धरती निचले पानी में आ रही गिरावट और उसका गंदा होने के साथ-साथ नदियों के पानी के गंदा होने पर चर्चा की गई। चर्चा हुई कि एस.वाई.एल. मुद्दों पर विवाद की बजाय हमें पानी के स्तर और गंदगी में सुधार का प्रयास करना चाहिए। सतलुज और घग्गर जैसी नदियां दूषित हो रही हैं, जिससे लोग बीमार हो रहे हैं।
प्रवक्ताओं ने कहा कि गंदगी का आलम है कि सीवरेज न होने से कुछ लोगों द्वारा शौचालय के लिए जो गड्ढे बनाए जाते हैं उसके लिए बोर कर दिए हैं। इससे धरती के नीचे जाने वाली गंदगी से आसपास के घरों में दूषित पानी आया।
हो सोशल ऑडिट :
चर्चा हुई कि लुधियाना का जो बुड्ढा नाला सतुलज में आकर मिलता है, इसमें इंडस्ट्री का पैस्टीडसाइड वाला पानी होता है जो खेतों के साथ-साथ घरों तक भी पहुंचता है। ऐसी घटनाओं का सोशल ऑडिट होना चाहिए। जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के पूर्व वी.सी. सत्या प्रकाश ने कहा कि जब भी इंडस्ट्री की प्लानिंग होती है तो सरकारों को नियम बनाने चाहिए कि वह वाटर ट्रीटमैंट प्लांट लगाएं।
लोगों की मानसिकता बदलनी जरूरी :
केंद्रीय राज्य मंत्री विजय सांपला ने कहा पानी का दुरुपयोग ही स्त्रोतों की गिरावट की वजह है। इंसान ने औद्योगिक क्रांति की भूल में वातावरण से ऐसी छेड़छाड़ की है कि पर्यावरण पर संकट आ गया है।
प्रो. आर.एस. घुम्मन ने कहा कि चुनाव के समय नियम सरकारें बनाती हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद सभी नियम विभिन्न कंपनियां बनाती हैं। अगर वाटर ट्रीटमैंट प्लांट रेन वाटर एकत्रित करने के लिए मैनेजमैंट बनाया जाए तो जमीन में काफी पानी स्टोर होगा। पी.जी.आई. के डीन अकादमिक डॉक्टर राजेश कुमार ने कहा कि पंजाब में अब नदियों का पानी प्रदूषित हो रहा है।