Edited By ,Updated: 01 Feb, 2017 07:26 PM
यूटी प्रशासन को वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए केंद्र सरकार से 4312.40 करोड़ रुपए का बजट मिला है। इसमें 475 करोड़ रुपए कैपिटल हेड में और 3837.40 करोड़ रेवेन्यू हेड में मिले हैं।
चंडीगढ़ : केंद्र सरकार की ओर से बजट जारी कर दिया है। जिसका बहुत हद तक फायदा आम आदमी को मिल रहा है, या यूँ कहें की इस बार बजट आम आदमी को ध्यान में रखते हुए ही पेश किया गया है।
इस बार बजट का फायदा यूटी प्रशासन की झोली में भी गिरा है। यूटी प्रशासन को वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए केंद्र सरकार से 4312.40 करोड़ रुपए का बजट मिला है। इसमें 475 करोड़ रुपए कैपिटल हेड में और 3837.40 करोड़ रेवेन्यू हेड में मिले हैं।
बजट में से नगर निगम को 419.29 करोड़ रुपए मिलेंगे। इसमें से 100 करोड़ रुपए स्मार्ट सिटी के लिए दिए जाएंगे जबकि 50 करोड़ रुपए कजौली वाटर वक्र्स प्रोजेक्ट के लिए एलोकेट होंगे। इसके अलावा 260.55 करोड़ रुपए रुरल और अर्बन इनफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए होंगे। इनमें 13 गांवों में सीवरेज, स्ट्रीट लाइट, फिरनी रोड की री-कारपेटिंग और कुछ गांवों में ट्यूबवेल लगाने के काम होंगे।
अर्बन डेवलपमेंट में सड़कों और हाईवेज के निर्माण, नई यूटी सेक्रेटेरिएट बिल्डिंग का निर्माण, इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, सेक्टर-17 की डेवलपमेंट, कैपिटल कॉम्प्लेक्स की प्रीजर्वेशन, नए पावर सब-स्टेशन आदि के काम होंगे। एजुकेशन के लिए 70 करोड़, हेल्थ के लिए 52.35 करोड़, ट्रांसपोर्ट के लिए 24.53 करोड़ और एनर्जी के लिए 17.70 करोड़ का बजट रखा जाएगा।
मालूम हो कि यूटी प्रशासन ने 6100 करोड़ की मांग की थी। लेकिन यूटी प्रशासन की झोली में केंद्र सरकार ने 4312.40 करोड़ डाले। हालाँकि यूटी के बजट में पिछले साल से 9.51 परसेंट का इजाफा हुआ है। पिछले साल प्रशासन को केंद्र से 3937.79 करोड़ रुपए का बजट मिला था। हालांकि इस बार प्रशासन ने केंद्र से 6100 करोड़ का बजट मांगा था।