Edited By Jyoti,Updated: 13 Mar, 2020 11:31 AM
25 मार्च से इस साल के चैत्र नवरात्रि का पर्व आरंभ होगा। हिंदू धर्म में इस त्यौहार को अधिक महत्व प्रधान गया है। बता दें आमतौर पर वर्ष में कुल 4 बार नवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है।
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25 मार्च से इस साल के चैत्र नवरात्रि का पर्व आरंभ होगा। हिंदू धर्म में इस त्यौहार को अधिक महत्व प्रधान गया है। बता दें आमतौर पर वर्ष में कुल 4 बार नवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है। जिनमें से 2 गुप्त नवरात्रि, 1 चैत्र तथा 1 शारदीय नवरात्रि हैं। यूं तो धार्मिक दृष्टिकोण से चारों में ही दुर्गा मां का विधिवत पूजन किया जाता है। परंतु चैत्र और शारदीय नवरात्रों में इनकी पूजा का अधिक महत्व है। अगर चैत्र नवरात्रि की बात करें तो इसके खास होने का एक कारण ये है कि इसके आरंभ के साथ यानि प्रतिपदा से हिंदू नववर्ष की शुरुआती होती है। इतना तो सब जानते ही होंगे कि नवरात्रि के नौ दिनों में देवी दु्र्गा के नौ रूपों की विधिवत पूजा होती है। मगर क्या आप जानते हैं इस दौरान कुछ खास उपाय भी किए जा सकते हैं जिससे न केवल आपको देवी दुर्गा की कृपा तो प्राप्त होगी साथ ही साथ आपकी तमाम तरह की मनोकामनाएं भी पूर्ण होंगी। इतना ही नहीं सबसे ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर नवरात्रि के दौरान जातक सच्चे मन से निम्न बताए गए उपाय अपनाता है तो उसे विवाह में आ रही अड़चनें तुरंत ही दूर होने लगती है। तो वहीं विवाहित जोड़ों के जीवन में आ रही मुश्किलें भी दूर हो जाती हैं।
तो आइए जानते हैं इस खास उपायों के बारे में-
ज्योतिष शास्त्र के साथ-साथ तंत्र शास्त्र में भी ऐसे कई उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से बहुत जल्दी शुभ फलों की प्राप्ति होने लगती है। खासतौर पर अगर ये उपाय शादी की इच्छा रखने वाले लोगों द्वारा किए जाएं तो जल्द ही उनके विवाह के योग बनने लगते हैं।
नवरात्रि के दौरान पूरे नौ दिन या फिर किसी भी एक दिन आस-पास के किसी भी शिव मंदिर में जाएं और वहां भगवान शिव एवं माता पार्वती पर जल और दूध अर्पित करें। फिर इन दोनों का पंचोपचार यानि (चंदन, पुष्प, धूप, दीप एवं नैवेद्य) से पूजन करें। पूजन कर लेने के बाद मौली लेकर शिव पार्वती के मध्य गठबंधन कर दें और वहीं उनके समक्ष बैठकर लाल चंदन की माला से निम्नलिखित मंत्र का 108 जाप करें।
मंत्र-
हे गौरी शंकरार्धांगी। यथा त्वं शंकर प्रिया।
तथा मां कुरु कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम्।।
कहा जाता है अगर नवरात्रि से शुरु कर लगातार तीन महीने तक इस उपाय को किया जाए अर्थात शिव मंदिर जाकर उपरोक्त मंत्र का 108 बार जाप किया जाए तो जल्दी ही विवाह के योग बनने लगते हैं। इसके अलावा घर में पंचोपचार पूजन करते रहें। इस दौरान इस बात का खास ध्यान रखें, कि मंत्र पढ़ते समय शब्दों का उच्चारण बिल्कुल सही हो।