Edited By Niyati Bhandari,Updated: 25 Mar, 2020 09:01 AM
कोरोना वायरस के लगातार बढ़ रहे खौफ के चलते वैष्णो देवी यात्रा 7 दिनों से पूरी तरह बंद है। ऐसे में शुरू होने जा रहे चैत्रीय नवरात्र के दौरान माता रानी के दर्शनों के इच्छुक श्रद्धालुओं को अपने
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कटड़ा (अमित): कोरोना वायरस के लगातार बढ़ रहे खौफ के चलते वैष्णो देवी यात्रा 7 दिनों से पूरी तरह बंद है। ऐसे में शुरू होने जा रहे चैत्रीय नवरात्र के दौरान माता रानी के दर्शनों के इच्छुक श्रद्धालुओं को अपने-अपने घरों में बैठ कर ही नमन करना होगा। इसके लिए सुबह-शाम होने वाली अटका आरती के बाद माता रानी की प्राकृतिक पिंडियों का प्रसारण दो मिनट के लिए होगा।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सी.ई.ओ. रमेश कुमार के अनुसार बोर्ड द्वारा इन नवरात्रों दौरान वैष्णो देवी भवन पर सुबह-शाम होने वाली आरती सहित शतचंडी महायज्ञ का आयोजन भी हर वर्ष की तरह किया जाएगा, जिसका सीधा प्रसारण श्रद्धालु अपने-अपने घरों में बैठ कर टी.वी. व श्राइन बोर्ड की वैबसाइट पर देख सकेंगे।
सी.ई.ओ. रमेश कुमार ने बताया कि इस बार कोरोना वायरस के चलते नवरात्र के दौरान सिर्फ अटका स्थल सहित अन्य प्रमुख स्थलों को ही देसी फूलों से सजाया गया है। वहीं भवन के अन्य क्षेत्रों में पिछली बार की तरह सजावट नहीं की जा रही है, परंतु भवन क्षेत्र में लगाई गई रंग-बिरंगी लाइटें क्षेत्र की शोभा को काफी बढ़ा रही हैं।
बताते चलें कि हर बार चैत्रीय नवरात्र के दौरान वैष्णो देवी भवन पर नमन करने वालों की काफी भीड़ रहती है। इसके तहत बोर्ड प्रशासन द्वारा समूचे वैष्णो देवी भवन पर सजावट की जाती है। इस सजावट हेतु देसी व विदेशी फूलों का इस्तेमाल किया जाता था, परंतु इस बार कोरोना वायरस के बढ़ रहे खौफ के चलते देसी फूलों को ही अधिक प्राथमिकता दी जा रही है।
चैत्रीय नवरात्र में माता के दर्शन करते थे 2.5 लाख श्रद्धालु
चैत्रीय नवरात्र के दौरान हर वर्ष करीब 2.5 लाख श्रद्धालुओं द्वारा वैष्णो देवी भवन पर नमन किया जाता था, परंतु यह पहली बार है कि चैत्रीय नवरात्र के दौरान कोई भी श्रद्धालु वैष्णो देवी भवन पर नमन के लिए नहीं पहुंचेगा। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि देशभर में कोरोना वायरस का खौफ है जिसके तहत वैष्णो देवी यात्रा को भी प्रशासन द्वारा बंद किया गया है। हालांकि, वैष्णो देवी यात्रा बंद होने के दौरान भी भवन पर विद्वानों द्वारा पूजा-अर्चना की जा रही है।