Edited By ,Updated: 01 Nov, 2016 09:43 AM
आचार्य चाणक्य राजनीतिज्ञ, कूटनीतिज्ञ महापुरुष थे। उन्होंने अपने जीवन से प्राप्त अनुभवों का उल्लेख चाणक्य नीति में किया है। जिसमें उन्होंने जीवन के प्रत्येक पहलुअों
आचार्य चाणक्य राजनीतिज्ञ, कूटनीतिज्ञ महापुरुष थे। उन्होंने अपने जीवन से प्राप्त अनुभवों का उल्लेख चाणक्य नीति में किया है। जिसमें उन्होंने जीवन के प्रत्येक पहलुअों की विसंगतियों को दूर करने के उपाय बताए हैं। जिन पर अमल करके व्यक्ति खुशहाल जीवन यापन कर सकता है। चाणक्य के अनुसार शिशु के जीवन की 4 बातें उसके जन्म से पूर्व मां के गर्भ में ही तय हो जाती है। आइए जाने कौन सी बातें हैं-
पहली बात: चाणक्य के अनुसार शिशु कितने वर्षों तक जीवित रहेगा, ये बात पहले ही तय हो जाती है।
दूसरी बात: शिशु बड़ा होकर किस कार्य में निपुण होगा अौर भविष्य में क्या करेगा।
तीसरी बात: उसके पास कितनी धन-दौलत होगी, ये भी पहले से ही तय हो जाता है।
चौथी बात: शिशु की मृत्यु कब होगी, ये बात भी उसके जन्म से पूर्व गर्भ में होने पर ही तय हो जाती है।