Edited By Jyoti,Updated: 19 Sep, 2020 10:56 AM
सबसे ज्यादा धार्मिक स्थलों तथा मंदिरों की बात करें तो आमतौर पर भारत का नाम सबसे पहले लिया जाता है। मगर इसका मतलब ये नहीं है हिंदू मंदिर केवल यही स्थित है।
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सबसे ज्यादा धार्मिक स्थलों तथा मंदिरों की बात करें तो आमतौर पर भारत का नाम सबसे पहले लिया जाता है। मगर इसका मतलब ये नहीं है हिंदू मंदिर केवल यही स्थित है। बल्कि बताया जाता है इसके अलावा कई ऐसे देश हैं जहां बहुत ही रहस्यमयी मंदिर स्थित है। इसी कड़ी में आज हम बात करने वाले हैं कि एक ऐसे मंदिर के बारे में जो कोई आम मंदिर नहीं है बल्कि यहां पर त्रिदेव में शामिल ब्रह्म देव की सोने की प्रतिमा विराजित हैं। बता दें जिस मंदिर की हम बात कर रहे हैं वो मंदिर दरअसल बैंकाक में स्थित है, जिससे विभिन्न तरह की मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। चलिए जानते हैं इस अद्भुत मंदिर के बारे में-
कहा जाता है बैंकाक में स्थित ब्रह्मा जी का प्रसिद्ध मंदिर दुनिया के मुख्य धार्मिक स्थानों में गिना जाता है, इतना ही नहीं इस मंदिर को पर्यटन के लिहाज़ से भी खास माना जाता है। बता दें ये विशेष मंदिर ईरावन तीर्थ के नाम से प्रसिद्ध है, जिसका निर्माण 1956 में हुआ था। बता दें इस मंदिर के अंदर ब्रह्मा जी की 4 मुंह वाली सोने की भव्य प्रतिमा स्थित है। जिससेअत्यंत अद्भुत बात जुड़ी हुई है।
मंदिर को लेकर मान्यता है कि इसका निर्माण बुरी शक्तियों को काबू करने के लिए करवाया गया था। तो वहीं इससे जुड़ी अन्य किंवदंतियों के अनुसार जिस स्थान पर वर्तमान समय में मंदिर है वहां 1950 में ईरावन नामक होटल के निर्माण का कार्य शुरू हुआ था, मगर यहां अजोबी-गरीब घटनाएं होती थी। जिसके चलते हर बार होटल का निर्माण कार्य रूक जाता था। जिसके बाद कुछ लोगों ने यहां मंदिर बनवाने के बारे में कहा। कहा जाता है क्योंकि ये स्थान देखने में अत्यंत सुंदर था। इसलिए जिसके चलते इसे ऐसे ही छोड़ कर जाना पाना भी संभव नहीं था। इसलिए अतत होटल के निर्माण से जुड़े लोगों ने इस बारे में एक ज्योतिषी ताओ महाप्रोम से विचार-विमर्श किया। जिन्होंने यहां पर ब्रह्मा जी का मंदिर बनवाने की सलाह दी। बताया जाता है कि जब यहां ब्रह्मा जी का मंदिर बन गया, तब उन्होंने ईरावन होटल का निर्माण कार्य दोबारा शुरू करने की सलाह दी। जिसके बाद उसमें किसी प्रकार की कोई बाधा नहीं आई। इस बार होटल जिसक कारण मंदिर का महत्व अधिक बढ़ गया। चूंकि ये मंदिर ज्योतिषी महाप्रोम की सलाह पर बना था, इसलिए इसे को ताओ महाप्रोम मंदिर भी कहा जाता है।