Edited By Niyati Bhandari,Updated: 30 Aug, 2023 09:07 AM
घर में यदि वस्तुएं वास्तु अनुसार सुसज्जित न हों तो वास्तु और ग्रह रश्मियों की विषमता के कारण घर में क्लेश, अशांति का जन्म होता है। घर के बाहर की साज-सज्जा
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Vastu for bedroom furniture: घर में यदि वस्तुएं वास्तु अनुसार सुसज्जित न हों तो वास्तु और ग्रह रश्मियों की विषमता के कारण घर में क्लेश, अशांति का जन्म होता है। घर के बाहर की साज-सज्जा बाहरी लोगों को एवं आंतरिक शृंगार हमारे अंतःकरण को सौंदर्य प्रदान करता है, जिससे सुख-शांति, सौम्यता प्राप्त होती है।
घर की आंतरिक सुंदरता में फर्नीचर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। घर में फर्नीचर बनवाने के लिए बहेड़ा, पीपल, वट वृक्ष, पाकर, कैथ, करंज, गूलर आदि लकड़ियो का प्रयोग न करें। ऐसा करने पर सुख का नाश होता है।
Which wood is best for furniture as per Vastu: फर्नीचर में शीशम, महुआ, अर्जुन, बबूल, खैर, नागकेसर वृक्ष की लकड़ी काम में ले सकते हैं। इन लकड़ियों के फर्नीचर से घर का वातावरण शांत और समृद्धि बढ़ाने वाला बना रहता है।
पलंग के सिरहाने पर अशुभ आकृति न हो इसका ध्यान रखें, जैसे सिंह, गिद्ध, बाज या अन्य हिंसक पशु। ऐसा होने पर वह मानसिक विकार उत्पन्न करती है, जो कलह का कारण होता है।
लिविंग रूम और ड्रॉइंग रूम में अधिक फर्नीचर न रखें। इससे नकारात्मकता बढ़ती है, सकारात्मक ऊर्जा बंध जाती है। परिवार में मानसिक परेशानी बनी रहती है।
घर की उत्तर या पूर्व दिशा में हल्का फर्नीचर रखें। भारी सामान या फर्नीचर दक्षिण दिशा में रखें।