Edited By Prachi Sharma,Updated: 24 Mar, 2024 06:47 AM
पंचांग के अनुसार कल 23 मार्च को होली का पर्व मनाया जाएगा। होली से ठीक एक दिन पहले छोटी होली और होलिका दहन का पर्व मनाया जाता है। होली बुराई पर अच्छाई
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Holika Dahan 2024: पंचांग के अनुसार कल 23 मार्च को होली का पर्व मनाया जाएगा। होली से ठीक एक दिन पहले छोटी होली और होलिका दहन का पर्व मनाया जाता है। होली बुराई पर अच्छाई की जीत को दर्शाता है। लेकिन इस बार होलिका दहन में बहुत से बदलाव देखने को मिल रहे हैं। बता दें कि होलिका दहन का भद्रा का साया लग रहा है। इसी के साथ होली वाले दिन पूरे 100 साल बाद चंद्र ग्रहण का साया लगने जा रहा है। तो चलिए जानते हैं कब लग लग रहा है भद्रा का साया और पूजा का मुहूर्त।
पंचांग के मुताबिक पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 24 मार्च को सुबह 9 बजकर 55 मिनट से हो जाएगा और 25 मार्च 2024 को दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर इसका समापन होगा। ऐसे में 25 मार्च को होली का 24 मार्च यानी आज होलिका दहन का पर्व मनाया जाएगा।
Auspicious time for Holika Dahan होलिका दहन का शुभ मुहूर्त
ज्योतिषियों के मुताबिक भद्रा के दौरान पूजा करना शुभ नहीं होता। इस वजह से होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 24 मार्च को रात 11:13 बजे से 12:27 बजे तक है। यानी पूरे 1 घंटा 14 मिनट का समय मिलेगा। इस मुहूर्त में होलिका दहन करने से किसी भी तरह का पाप नहीं लगेगा।
Shadow of Bhadra on Holika Dahan होलिका दहन पर भद्रा का साया
पंचांग के मुताबिक 24 मार्च को सुबह से भद्राकाल लग जाएगा। इसकी शुरुआत सुबह 9 बजकर 54 मिनट से होगी और रात 11 बजकर 13 मिनट पर इसका समापन होगा।
24 मार्च को भद्रा
भद्रा पूंछ- शाम 6 बजकर 33 मिनट से रात्रि 07 बजकर 53 मिनट तक
भद्रा मुख- रात्रि 7 बजकर 53 मिनट से रात्रि 10 बजकर 6 मिनट तक
100 साल बाद होली और चंद्र ग्रहण एक साथ
भद्रा के अलावा होली वाले दिन चंद्र ग्रहण का साया भी रहेगा। चंद्र ग्रहण 25 मार्च को सुबह 10:23 बजे शुरू होगा और दोपहर 3:02 बजे तक रहेगा। हालांकि ये भारत में दिखाई नहीं देगा।