Edited By Lata,Updated: 02 Mar, 2020 04:05 PM
होली का त्योहार पूरे देशभर में उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन को लेकर मान्यता है कि 8 दिन पहले से ही होलाष्टक
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होली का त्योहार पूरे देशभर में उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन को लेकर मान्यता है कि 8 दिन पहले से ही होलाष्टक शुरू हो जाता है, जोकि पूर्णिमा तक चलता है। बता दें कि
इस बार होलिका दहन अत्यंत शुभ योग में है। अक्सर होलिका वाले दिन दहन के समय भद्रा होने से बड़ी मुहूर्त में परेशानी रहती थी, परंतु इस बार ऐसा नहीं है बल्कि इस बार भद्रा रहित, ध्वज एवं गज केसरी योग बन रहा है।
ज्योतिष के अनुसार इस योग में किया गया कार्य तीन बार होता है और वस्तु का लाभ भी तिगुना मिलता है। गज केसरी योग, गज यानि हाथी, केसरी यानि शेर, हाथी और शेर का संबंध यानि राजसी सुख। गज को गणेश जी का रूप माना जाता है। इस योग का फलभाव, राशि, नक्षत्र और गुरु की पोजीशन के आधार पर मिलता है। जब गुरु व चंद्र बलवती होकर गजकेसरी योग का बनाते हैं। इस बार होली पर त्रिपुष्कर और गजकेसरी योग मिलकर जातक की बहुत सी मनोकामना को पूरा करेंगे। साथ ही होलिका भद्रा रहित होने और दो शुभ योग(त्रिपुष्कर, गजकेसरी) बनने से इसका प्रभाव भारत के राजनैतिक, आर्थिक स्थिति पर भी पड़ेगा।
इस साल की होली से भारत के व्यापार जगत में लाभ होगा और गजकेसरी योग व्यापार जगत में मंदी को दूर करेगा। भारत की प्रभाव राशि मकर है। भारत सरकार के लिए आगे अच्छी योजना बनेगी, शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आएगा। रोजगार की नई योजना बनेगी। साथ ही भ्रष्टाचार पर रोकथाम लगेगी, महंगाई पर भी नियंत्रण लगेगा।
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सभी राज्यों के शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रशासन विभागों में तरक्की होगी। इस वर्ष होलिका दहन संपूर्ण भारत के लिए शुभ है। विश्वस्तर में भारत तरक्की करेगा और जीडीपी में भी वृद्धि के आसार हैं।