Edited By Niyati Bhandari,Updated: 28 Jul, 2023 09:29 AM
एक राजा था। उसने आज्ञा दी कि संसार में इस बात की खोज की जाए कि कौन से जीव-जंतु निरुपयोगी हैं। बहुत दिनों तक खोजबीन
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Inspirational Story: एक राजा था। उसने आज्ञा दी कि संसार में इस बात की खोज की जाए कि कौन से जीव-जंतु निरुपयोगी हैं। बहुत दिनों तक खोजबीन करने के बाद उसे जानकारी मिली कि संसार में दो जीव जंगली मक्खी और मकड़ी बिल्कुल बेकार हैं। राजा ने सोचा, क्यों न जंगली मक्खियों और मकड़ियों को खत्म कर दिया जाए।
इसी बीच उस राजा पर एक अन्य शक्तिशाली राजा ने आक्रमण कर दिया, जिसमें राजा हार गया और जान बचाने के लिए राजपाट छोड़कर जंगल में चला गया। शत्रु के सैनिक उसका पीछा करने लगे। काफी दौड़-भाग के बाद राजा ने अपनी जान बचाई और थक कर एक पेड़ के नीचे सो गया। तभी एक जंगली मक्खी ने उसकी नाक पर डंक मारा जिससे राजा की नींद खुल गई। उसे याद आया कि खुले में ऐसे सोना सुरक्षित नहीं है और वह एक गुफा में जा छिपा। राजा के गुफा में जाने के बाद मकड़ियों ने गुफा के द्वार पर जाला बुन दिया।
शत्रु के सैनिक उसे ढूंढ ही रहे थे। जब वे गुफा के पास पहुंचे तो द्वार पर घना जाला देखकर आपस में कहने लगे, ‘‘अरे! चलो आगे। इस गुफा में वह आया होता तो द्वार पर बना यह जाला क्या नष्ट न हो जाता?’’
गुफा में छिपा बैठा राजा ये बातें सुन रहा था। शत्रु के सैनिक आगे निकल गए। उस समय राजा की समझ में यह बात आई कि संसार में कोई भी प्राणी या चीज बेकार नहीं। अगर जंगली मक्खी और मकड़ी न होती तो उसकी जान न बच पाती। इस संसार में कोई भी चीज या प्राणी बेकार नहीं। हर एक की कहीं न कहीं उपयोगिता है।