Edited By Prachi Sharma,Updated: 15 Feb, 2024 08:00 AM
भारत वैश्विक स्तर पर डेस्टिनेशन वेडिंग का एक बड़ा आकर्षण केंद्र बन कर उभरा है। बताया जा रहा है कि भारत में शादी के मौसम में 15 जनवरी से 15 जुलाई के
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
जालंधर (इंट): भारत वैश्विक स्तर पर डेस्टिनेशन वेडिंग का एक बड़ा आकर्षण केंद्र बन कर उभरा है। बताया जा रहा है कि भारत में शादी के मौसम में 15 जनवरी से 15 जुलाई के बीच 42 लाख से अधिक शादियां होने की उम्मीद है, जिस पर 5.5 लाख करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
व्यापारियों के एक संगठन के अनुमान के मुताबिक अकेले दिल्ली में इन छह महीनों में 4 लाख से अधिक शादियां होने की उम्मीद है, जिससे 1.5 लाख करोड़ रुपए का कारोबार होगा। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात में देश के भीतर गंतव्य शादियों के लिए स्थानीय व प्रवासी भारतीयों से अपील की थी।
शादी में 1 करोड़ से ज्यादा खर्चे का भी अनुमान
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( सी.ए.आई.टी.) की रिसर्च विंग द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि शादी के सीजन के दौरान लगभग 5 लाख शादियों में प्रति शादी 3 से 10 लाख रुपए खर्च होंगे। इसके अलावा अनुमान है कि 42 लाख से अधिक शादियों में प्रति शादी 10 लाख रुपए व अन्य वर्ग की 10 लाख शादियों में प्रति शादी 15 लाख रुपए का खर्च आएगा। इसके अतिरिक्त 6 लाख शादियों में प्रत्येक पर 25 लाख रुपए खर्च होने की उम्मीद है। 60,000 शादियों में प्रति शादी 50 लाख रुपए खर्च होंगे और 40,000 शादियों में 1 करोड़ रुपए से अधिक खर्च होने की उम्मीद है। कुल मिलाकर इन 6 महीनों की अवधि के दौरान बाजारों में शादी से संबंधित खरीदारी के माध्यम से लगभग 5.5 लाख करोड़ रुपए का प्रवाह होगा।
लोगों को मिलेगा बड़ी संख्या में रोजगार
व्यापारियों के निकाय ने कहा कि दिल्ली सहित देश भर में बैंक्वेट हॉल, होटल, खुले लॉन, सामुदायिक केंद्र, सार्वजनिक पार्क, फार्म हाऊस और विभिन्न अन्य विवाह स्थल पूरी तरह से बुक हो चुके हैं। प्रत्येक शादी में सामान खरीदने के अलावा सेवाओं की एक लंबी सूची भी है, जिसमें टेंट डेकोरेटर्स, फूलों की सजावट, क्रॉकरी, खानपान सेवाएं, यात्रा सेवाएं, कैब सेवाएं, पेशेवर स्वागत समूह, सब्जी विक्रेता, फोटोग्राफर, वीडियोग्राफर, बैंड, संगीतकार शामिल हैं।
डी.जे. सेवाएं, शादी की बारात के लिए घोड़े गाड़ियां, प्रकाश व्यवस्था और कई अन्य सेवाओं की मांग भी बढ़ने की संभावना है। इसके अतिरिक्त, इवैंट मैनेजमेंट और शादी के सामान और उपहार वस्तुओं की पैकेजिंग महत्वपूर्ण व्यावसायिक संभावनाओं के रूप में उभरी है। पिछले साल 14 दिसम्बर को खत्म होने वाले शादी के सीजन के दौरान करीब 35 लाख शादियां हुईं, जिसमें 4.25 लाख करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। गौरतलब है कि शादी का मौसम सेवा क्षेत्र में काम करने वाले बड़ी संख्या में लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी प्रदान करता है।