Edited By Prachi Sharma,Updated: 30 Nov, 2024 11:56 AM
आज बात करेंगे केतु क्यों खराब होते हैं और कौन-कौन सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। केतु एक इस तरह की बॉडी है आपके संचित कर्म को डिकोड करना सिखाती है।
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Ketu Grah Upay: आज बात करेंगे केतु क्यों खराब होते हैं और कौन-कौन सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। केतु एक इस तरह की बॉडी है आपके संचित कर्म को डिकोड करना सिखाती है। तभी केतु को मोक्ष का कारक कहा गया है। जितने भी पुराने जीवन के कर्जे आप साथ में लेकर आए हुए हैं वो आपके पेंडिंग कर्मा हैं। यह सारे कर्मा केतु के में छिपे हुए हैं यानी केतु आपके बर्थ चार्ट में स्पेशल पोजीशन पे आएगा। जब भी केतु आपके जीवन में बर्थ चार्ट में आपके लग्न से छठे घर में गोचर करेगा। आठवें घर में गोचर करेगा और 12वें घर में गोचर करेगा। केतु का बहुत महत्त्वपूर्ण हिस्सा होता है केतु की दशा या केतु की अंतर्दशा। केतु की महादशा सात साल की होती है और केतु के सात साल जिसके भी जीवन में जाते हैं यह उसके जीवन का टर्न अराउंड टाइम हो जाते हैं।
केतु पहले आप को कर्मों के द्वारा पुराने संचित कर्म चुकाने में मदद करता है। जिसके लग्न में केतु होता है उसके पैदा होने के तीन पाच साल के भीतर उसकी रहने वाली जगह भी चेंज होती है। इसका मतलब होता है कि केतु एक्टिवेट हो चुके हैं। जिस भाव में भी केतु होते हैं उस भाव के प्रति इंसान को किसी न किसी तरह की डिटैचमेंट जरूर होती है। लाल किताब में केतु को बृहस्पति का चेला बोला गया है। जो बृहस्पति का ज्ञान है केतु प्रैक्टिकल वे से आपको सिखाते हैं।
बृहस्पति जीवन के एक्सपीरियंस से भी सिखाते हैं। केतु का जब भी फेज आपके जीवन में आएगा तब कुछ ऐसी अप्रिय घटनाएं होंगी जिनके लिए आप तैयार नहीं थे। केतु जब भी आपके जीवन में दशा के थ्रू ऑपरेट होंगे तब आपको एक ऐसा नया ज्ञान होगा। जो आपको एकदम से नया ही इंसान बना देगा। केतु की दशा से पहले और केतु की दशा के बाद केतु की दशा से पहले आप चीजों में लोगों के ऊपर यकीन भी करते थे, आप किस्मत पर भी यकीन रखते थे।
केतु का T यानि ट्रांसफॉर्मेशन। केतु आपको एकदम से नया इंसान बना देंगे। आपके अंदर जितने भी बदलाव आते हैं ये केतु की दशा से आते हैं।
केतु का U होता है नए तरीके से चीजों को अंजाम देना। जब आपके जीवन में केतु की दशा आती है तो आप काम को नए तरीके से करने का प्लान बनाते हैं।
अगर आपको केतु कष्ट दे रहे हैं इसका मतलब है केतु आपको बदलना चाह रहे हैं। यह सारी चीजें अनकंवेंशनल तरीके से होनी है अगर आप बिल्कुल पुराने ढर्रे पर चलते रहेंगे तो केतु और पेन देते रहेंगे। आपको केतु लग्न में होंगे तो इंसान को ब्रांड तो बनाते हैं लेकिन इंसान को लोगों से थोड़ा सा जुड़ाव नहीं देते। सेकंड हाउस में आते हैं तो परिवार से डिटैचमेंट दे सकते हैं। थर्ड हाउस में केतु आते हैं तो इंसान कान का कच्चा हो सकता है। केतु फोर्थ हाउस में होता है तो यह इंसान अपनी जन्मभूमि छोड़ के कहीं दूर जा सकता है या इमोशनली वीक हो जाता है। पांचवें भाव में केतु होते हैं तो यह इंसान को एक पर्टिकुलर उम्र के बाद ब्रांड देते हैं।
छठे भाव में केतु काम-कारोबार में अचानक से ट्रबल दे देते हैं।
सेवंथ भाव में केतु डिटैचमेंट के कारक हैं तो जीवन साथी से कहीं न कहीं डिटैचमेंट देते हैं।
अष्टम भाव में केतु होंगे तो इंसान ट्रेवल में कहीं न कहीं परेशानी का सामना करना पड़ता है।
नाइंथ हाउस में केतु होंगे तो अध्यात्म से या गुरुजनों से जुड़ाव उसका बहुत ज्यादा नहीं हो पाएगा।
11वें भाव में केतु होंगे तो इंसान किसी न किसी तरह से अनकंवेंशनल तरीके से साम दम दंड भेद से अपने फुलफिल ऑफ डिजायर करेगा।
12वें भाव में केतु होंगे तो नॉर्मली देखा गया है कि विदेशी भूमि से किसी न किसी तरह से ऐसी डिटैचमेंट होती है।